Sunday, September 1, 2024
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मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद को टेरर फंडिग केस में पाकिस्तानी अदालत ने सुनाई 5 साल की सजा

पाकिस्तान ने यह कदम अंतराष्ट्रीय संस्था एफएटीएफ (FATF) की कार्रवाही से बचने के लिए मजबूरन उठाया है। फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे की सूची में डाला गया है। वहीं लगातार संयुक्त राष्ट्र उस पर आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए पाकिस्तान पर दवाब बनाया जा रहा था।

मुंबई हमले के मास्टर माइंड और जमात उल दावा प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान की एक अदालत ने टेरर फंडिग और एक अन्य मामले में 5 साल पाँच माह की सजा सुनाई है। पाकिस्तान की लाहौर कोर्ट ने सजा सुनाने के साथ ही हाफिज सईद पर 15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है।

जानकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते लाहौर की आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) ने प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के सरगना व 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खिलाफ आतंकवादी फंडिंग से जुड़े दो मामलों में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। ये मामले आतंकवाद रोधी विभाग (CTD) की लाहौर और गुजरांवाला शाखाओं की ओर से दाखिल किए गए हैं।

बता दें कि आतंकवाद निरोधक अदालत 11 दिसंबर से सईद और अन्य के खिलाफ चल रही आतंकी वित्तपोषण मामले की रोजाना सुनवाई कर रही है। वहीं हाफिज सईद के खिलाफ आतंकी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कब्जे के कुल 29 मामले दर्ज हैं। इसी बीच सईद के खिलाफ आतंकी फंडिंग के दो मामलों में पाकिस्तान के आतंकरोधी कोर्ट (ATC) ने 8 फरवरी को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।

जेयूडी सरगना को बीते साल जुलाई में सीटीडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी से पहले जेयूडी नेताओं के खिलाफ 23 प्राथमिकी सीटीडी पुलिस स्टेशन लाहौर, गुजरांवाला, मुल्तान, फैसलाबाद व सरगोधा में जुलाई 2019 में दर्ज की गई। इनमें सईद और जेयूडी का एक अन्य प्रमुख आतंकी अब्दुल रहमान मक्की शामिल हैं। डॉन न्यूज के मुताबिक, सीटीडी ने कहा है कि जेयूडी गैर-लाभकारी संगठनों और ट्रस्टों के माध्यम से एकत्र किए गए भारी धन से आतंकवाद का फंडिंग कर रहा था।

वहीं माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह कदम अंतराष्ट्रीय संस्था एफएटीएफ (FATF) की कार्रवाही से बचने के लिए मजबूरन उठाया है। फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे की सूची में डाला गया है। वहीं लगातार संयुक्त राष्ट्र उस पर आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए पाकिस्तान पर दवाब बनाया जा रहा था।

गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में लश्कर के 10 आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें 166 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे। आतंकियों ने ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुँचाने के लिए उस दिन मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन, आलीशान ताज और ट्राइडेंड होटल सहित कई इलाकों को अपना निशाना बनाया था। मरने वालों में विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस घटना के बाद अमेरिका ने हाफिज को ब्लैक लिस्ट तो किया ही साथ ही उस पर इनाम भी घोषित किया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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