नौकरी के सिलसिले में सऊदी अरब गए उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर निवासी जंग बहादुर यादव की हत्या कर दी गई है। हत्या का आरोप सऊदी में ही रहने वाले एक पाकिस्तानी नागरिक पर है। यह पाकिस्तानी भी यादव का सहकर्मी था। घटना के बाद परिजनों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर शव को भारत मँगाने की विनती की है।
जगदीशपुर थाना क्षेत्र के वारिसगंज टांडा गाँव के निवासी राज नारायण यादव के 43 वर्षीय पुत्र जंग बहादुर यादव साल 2017 में नौकरी के सिलसिले में सऊदी अरब गए थे। वहाँ वे रियाद निवासी मलिक अल-दकतूर अब्दुल अजीज अल-बशर के यहाँ ड्राइवर की नौकरी करने लगे।
इसी बीच 6 जुलाई 2022 की रात को जंग बहादुर के साथ रहने वाले भारतीय अरविंद ने कुवैत में नौकरी करने वाले जंग बहादुर के भाई विनोद को फोन किया। फोन पर अरविंद ने बताया कि जंग बहादुर की हत्या कर दी गई है और हत्या करने वाला उनका ही एक पाकिस्तानी सहकर्मी है। इस खबर को सुनकर घर में कोहराम मच गया।
शुक्रवार (8 जुलाई 2022) को जंग बहादुर के पिता राज नारायण ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी। उन्होंने आरोपित पाकिस्तानी को सजा दिलाने और अपने बेटे के शव को जल्द से जल्द उन्हें दिलाने का आग्रह किया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय अधिकारी पीड़ित परिवार से जाकर मिले और हर तरह का सहयोग दिलाने का भरोसा दिया। अमेठी के डीएम राकेश कुमार मिश्रा के अनुसार, इस संबंध में शासन से जुड़े सभी बड़े अफसरों को जानकारी देने के बाद विदेश मंत्रालय और सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास को पत्र भेजा गया है।
मृतक जंग बहादुर के परिवार में बुजुर्ग माता-पिता के अलावा पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है। पिता का कहना है कि वे साल 2020 में ही घर आना चाहते थे, लेकिन कोविड की वजह से नहीं आ सके।
हालाँकि, मौत से कुछ घंटों पहले यानी 6 जुलाई को सुबह जंग बहादुर ने अपने पिता राज नारायण व दोपहर बाद पुत्र सौरभ से बात कर जंग बहादुर ने जन्माष्टमी के दौरान घर आने की बात कही थी। जन्माष्टमी के पहले उनके परिजनों को उनकी मौत की खबर मिल गई।