शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit) की 22वीं बैठक उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रही है। इस बैठक में भारत के अलावा सदस्य देशों- चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान के शीर्ष नेता मौजूद हैं। शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत में 70,000 स्टार्टअप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।
इस दौरान पीएम मोदी ने एससीओ देशों के बीच सप्लाई चेन विकसित करने के विषय में भी बात की है। उन्होंने कहा, “दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आई हैं। विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है। एससीओ देशों के बीच सप्लाई चेन विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की जरूरत है।”
My remarks at the SCO Summit in Samarkand. https://t.co/6f42ycVLzq
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2022
एससीओ देशों को संबोधित करते हुए पीएम ने यह भी कहा, “हम स्टार्टअप्स और इनोवेशन पर एक स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके एससीओ के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं। एससीओ के सदस्य देश, वैश्विक अर्थव्यवस्था में लगभग 23 प्रतिशत का योगदान देते रहे हैं। विश्व की 40 प्रतिशत जनसंख्या भी एससीओ देशों में निवास करती है। भारत एससीओ सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की ओर प्रगति कर रहे हैं। भारत का युवा और प्रतिभाशाली वर्कफोर्स उसे स्वाभाविक रूप से कॉम्पिटिटिव बनाता है। अर्थव्यवस्था में 7.5% वृद्धि की आशा है, जो दुनिया की बड़ी इकोनॉमी में सबसे अधिक होगी। टेक्नोलॉजी के उचित उपयोग पर भी फोकस किया जा रहा है। हम इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं। भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं, इनमें 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं।”
Prime Minister Narendra Modi, Chinese President Xi Jinping, Russian President Vladimir Putin, Pakistan PM Shehbaz Sharif, Uzbek President Shavkat Mirziyoyev & other leaders pose for a group photograph at Shanghai Cooperation Organisation (SCO ) Summit in Uzbekistan’s Samarkand pic.twitter.com/RaTuXFhS3J
— ANI (@ANI) September 16, 2022
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। यह चुनौती नागरिकों की खाद्य सुरक्षा निश्चित करना है। इसका समाधान मिलेट्स की खेती से हो सकता है। मिलेट्स विश्व के कई हिस्सों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। ये खाद्य का उत्तम साधन है।”
At the SCO Summit, also emphasised on tackling the challenge of food security. In this context, also talked about India’s efforts to further popularise millets. SCO can play a big role in marking 2023 as International Year of Millets.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2022
पीएम मोदी ने कहा, “2023 को ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जाएगा। भारत विश्व के मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे उचित डेस्टिनेशन है। हमने गुजरात में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रैडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। हमें SCO देशों के बीच ट्रैडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। भारत इसके लिए पहल करेगा।”
इस बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा, “अप्रैल 2022 में WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने गुजरात में अपने ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया था। डब्ल्यूएचओ द्वारा पारंपरिक उपचार के लिए यह पहला और एकमात्र वैश्विक केंद्र था। भारत पारंपरिक दवाओं पर एक नए एससीओ वर्किंग ग्रुप के लिए पहल करेगा।”