प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी मैगजीन ‘न्यूजवीक’ को एक साक्षात्कार दिया है, जिसमें उन्होंने देश के विकास से लेकर चीन-पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों पर खुलकर अपनी बात कही है। चीन के साथ भारत रिश्ते, सीमा विवाद का समाधान और QUAD को लेकर चीन की चिंता पर भारत का पक्ष रखा। वहीं, पाकिस्तान के मामले में भी उन्होंने हिंसामुक्त माहौल की जरूरत बताई।
चीन से आर्थिक प्रतिस्पर्धा के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि लोकतांत्रिक राजनीति और वैश्विक आर्थिक विकास के इंजन के रूप में भारत उन लोगों के लिए एक स्वाभाविक पसंद है, जो अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाना चाहते हैं। इसके लिए भारत की सरकार ने वैश्विक मानदंडों के तहत देश में बदलाव किए हैं। बता दें कि इंदिरा गाँधी के बाद ये दूसरे पीएम हैं, जो न्यूजवीक के कवर बने हैं।
उन्होंने कहा, “हमने परिवर्तनकारी आर्थिक सुधार किए हैं। जैसे कि वस्तु एवं सेवा कर, कॉर्पोरेट कर में कटौती, दिवालियापन संहिता, श्रम कानूनों में सुधार, एफडीआई मानदंडों में छूट। हमने अपने नियामक ढाँचे, अपनी कराधान प्रथाओं के साथ-साथ अपने बुनियादी ढाँचे को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसका दुनिया पर बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे और कुशल प्रतिभा की उपलब्धता के साथ व्यवसायों और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने वाली हमारी नीतियों के परिणाम मिले हैं। हमारी प्रमुख वैश्विक विनिर्माण इकाइयाँ भारत में इकाई स्थापित कर रही हैं। हमने भारत में विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करने के लिए उत्पादन से जुड़ीं 14 क्षेत्रों में प्रोत्साहन योजनाएँ शुरू की हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, “भारत को अब विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी लागत पर विश्वस्तरीय सामान बनाने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। दुनिया के लिए उत्पादन करने के अलावा, विशाल भारतीय घरेलू बाजार एक अतिरिक्त आकर्षण है। भारत उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है, जो विश्वसनीय और लचीली आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करना चाहते हैं।ठ
चीन के साथ सीमा विवाद पर उन्होंने कहा, “भारत के लिए चीन के साथ रिश्ते अहम हैं। मेरा मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चल रही स्थिति को तत्काल हल निकालने की आवश्यकता है, ताकि हमारी द्विपक्षीय बातचीत में असामान्यता को पीछे छोड़ा जा सके। भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हमारे दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
उन्होंने भारत और चीन के बीच संबंधों के सामान्य बनने की उम्मीद जताई। न्यूजवीक मैगजीन को लिखित में भेजे गए अपने जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “मुझे आशा और विश्वास है कि राजनयिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के माध्यम से हम अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और उसे बनाए रखने में सक्षम होंगे।”
वहीं, चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत ने समूह बनाया है। इसेे क्वाड (QUAD) के नाम से जाना जाता है। QUAD और चीन की प्रतिक्रिया को लेकर पीएम मोदी ने कहा, “अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत, चीन: ये सभी देश कई समूहों के सदस्य हैं। हम विभिन्न समूहों में विभिन्न संयोजनों में मौजूद हैं। क्वाड का उद्देश्य किसी देश के खिलाफ नहीं है।”
पीएम मोदी ने कहा, “एससीओ, ब्रिक्स और अन्य जैसे कई अंतरराष्ट्रीय समूहों की तरह क्वाड भी समान विचारधारा वाले देशों का एक समूह है, जो साझा सकारात्मक एजेंडे पर काम कर रहा है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र वैश्विक व्यापार, नवाचार और विकास का इंजन है और इंडो-पैसिफिक की सुरक्षा न केवल क्षेत्र के लिए, बल्कि दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने कहा, “जलवायु, आपदा प्रबंधन, रणनीतिक प्रौद्योगिकी, विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला, स्वास्थ्य सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी कार्यक्रमों के साथ-साथ भारत प्रशांत क्षेत्र में साझा प्रयासों और समावेशी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए क्वाड देश स्वतंत्र दृष्टिकोण अपना रहे हैं।”
पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी है। भारत ने हमेशा अपने क्षेत्र में आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने की वकालत की है।” वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कैद से संबंधित सवाल को पाकिस्तान का आंतरिक मामला बताकर पीएम ने टिप्पणी से इनकार कर दिया।