Thursday, May 22, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपैगंबर का नाम लेकर फ्रांस में पुलिस पर फिर से हमला, 'आतंकी' ने मजहबी...

पैगंबर का नाम लेकर फ्रांस में पुलिस पर फिर से हमला, ‘आतंकी’ ने मजहबी नारे भी लगाए: रिपोर्ट्स

फ्रांसीसी मीडिया में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि ये हमला पैगंबर का नाम लेकर किया गया है। आतंकी अल्जीरिया का 37 वर्षीय निवासी था, लेकिन ये नहीं मालूम कि वो फ्रांस कब आया था।

फ्रांस के कांस शहर में एक ‘आतंकी’ द्वारा धारधार हथियार से पुलिसकर्मियों को घायल करने की घटना सामने आई है। हमलावर को गोली मारकर मौके पर ढेर कर दिया गया। अब पुलिस इस मामले में आगे पड़ताल कर रही है। इस घटना को ‘आतंकी’ घटना बताया जा रहा है। देश के गृहमंत्री गेराल्ड डर्मानिन ने भी इसकी पुष्टि है।

फ्रांसीसी मीडिया (बीएफएम टीवी और नाइस मेटिन न्यूजपेपर) में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि ये हमला पैगंबर का नाम लेकर किया गया है। आतंकी अल्जीरिया का 37 वर्षीय निवासी था, लेकिन ये नहीं मालूम कि वो फ्रांस कब आया था। कथिततौर पर उसने मजहबी नारेबाजी करते हुए सोमवार को पैगंबर के नाम पर इस घटना को अंजाम दिया।

रिपोर्ट्स बताती हैं कि पहले वो पुलिस की कार तक आया। फिर उसने कार का दरवाजा खोला और देखते ही देखते दो पुलिसकर्मियों पर धारधार ब्लेड से हमला कर दिया। इसके बाद तीसरे पुलिसकर्मी ने उसे गोली मारकर ढेर किया। अब पुलिस हमलावर की असली पहचान पता लगाने में जुटी है।

वहीं कहा जा रहा है कि जिन पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया वो अभी खतरे से बाहर हैं। उन समय उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए थे वरना घाव गहरा हो सकता था। पुलिस की छानबीन में अभी तक हमलावर का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है।

उल्लेखनीय है कि फ्रांस में इससे पहले 23 अप्रैल को एक पुलिसकर्मी पर चाकू से हमला किया गया था। उस दौरान हमलावर ट्यूनिशियाई मूल का नागरिक था। उसे भी पुलिस ने मौके पर गोली मार दी थी। इस बार ये घटना कांस में घटित हुई है और वो भी ऐसे समय में जब अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में फ्रांस के गृहमंत्री गेराल्‍ड ने बताया कि वह सुबह ही घटनास्‍थल पर जा रहे हैं और नेशनल पुलिस और कांस शहर को अपना पूरा समर्थन देते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सारे कपड़े जला दिए ताकि बदन न ढक सके औरतें, घरों के पानी के कनेक्शन काटे ताकि आग न बुझा सके: मुर्शिदाबाद में कुल्हाड़ी...

मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के घर में रखे सभी कपड़ों को जला दिया गया, ताकि घर की महिलाओं के पास अपने शरीर को ढकने के लिए कुछ भी न बचे।

‘कानून व्यवस्था के लिए खतरा है धर्मांतरण, पीड़ित की शिकायत के बिना भी एक्शन ले सकती है सरकार’: इलाहाबाद हाई कोर्ट, लालच देकर दुर्गा...

कोर्ट ने माना कि FIR और गवाहों के बयान ऐसे अपराध को दर्शाते हैं, जिनकी जाँच जरूरी है। इसलिए कोर्ट ने जाँच में दखल देने से इनकार कर दिया।
- विज्ञापन -