अफगानिस्तान के लोकप्रिय कॉमेडियन नजर मोहम्मद उर्फ खाशा की हत्या करने के बाद अब तालिबान ने अफगानिस्तान के उरुज्गन (Uruzgan) प्रांत के कवि और इतिहासकार अब्दुल्ला अतेफी की हत्या कर दी है। प्रांत के गवर्नर के मुताबिक, मारने से पहले अतेफी को प्रताड़ित किया गया।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान से सम्बंधित मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार फ्रड बेझन (Frud Bezhan) ने ट्वीट करके अतेफी की हत्या की जानकारी दी। बेझन ने बताया कि कवि और इतिहासकार अतेफी की हत्या अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत उरुज्गन के चोरा जिले में हुई, जो बीते जून से तालिबान के कब्जे में है।
Taliban killed poet and historian Abdullah Atefi in #Afghanistan‘s southern province of Uruzgan.
— Frud Bezhan فرود بيژن (@FrudBezhan) August 5, 2021
That’s according to the governor, who says Atefi was first tortured, then executed last night.
Killing occurred in Chora district, which has been under Taliban control since June. pic.twitter.com/ePyO1yBkId
उरुज्गन प्रांत के गवर्नर मोहम्मद उमर सिरजाद ने बताया कि जहाँ कहीं भी तालिबान का नियंत्रण है, वहाँ शिक्षाविदों, लेखकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कवियों, कलाकारों और महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, डराया-धमकाया जा रहा है और उन्हें मार दिया जा रहा है। सिरजाद के मुताबिक, अब्दुल्ला अतेफी की हत्या करने से पहले उन्हें घर से घसीट कर बाहर लाया गया और उन्हें प्रताड़ित किया गया।
अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने अतेफी की हत्या की निंदा की और कहा कि अफगानिस्तान के विद्वान खतरे में हैं और तालिबान इन्हें खत्म करके अफगानिस्तान को बंजर बनाना चाहता है। सालेह ने यह भी कहा कि अतेफी की गलती सिर्फ इतनी थी कि वो अर्थव्यवस्था और इतिहास के जानकर थे। हालाँकि, तालिबान के प्रवक्ता ने अतेफी की हत्या में तालिबानी लड़ाकों की संलिप्तता से इनकार किया है।
ज्ञात हो कि इससे पहले 22 जुलाई 2021 को कंधार निवासी कॉमेडियन खाशा का तालिबान आतंकियों ने अपहरण कर लिया था। अपहरण करने के बाद उन्हें ले जाते समय कार में आतंकियों ने खाशा को कई बार थप्पड़ मारे थे। अंत में तालिबान आतंकियों ने उन्हें एक पेड़ पर बाँध दिया और फिर गला काटकर उनकी हत्या कर दी। स्थानीय पुलिस के रूप में काम करने वाले कॉमेडियन का कटा हुआ सिर जमीन पर पड़ा हुआ मिला था।