ब्रिटेन की एक अदालत ने लेक्सी रोज क्रॉफर्ड नामक ट्रांसजेंडर को दोस्त के साथ बलात्कार करने के आरोप में दोषी ठहराया। इससे पहले वह एक नाबालिग लड़की का बलात्कार करने के आरोप में 4 साल की सजा काट चुका है। लेक्सी रोज क्रॉफर्ड जन्म से पुरुष था। लेकिन अब वह खुद को महिला बताता है। यहाँ तक कि उसने अपना नाम भी महिलाओं की तरह रखा हुआ है।
‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के अनुसार, एक ऑन लाइन के माध्यम से लेक्सी रोज क्रॉफर्ड की मुलाकात एक नाबालिग लड़की से हुई थी। क्रॉफर्ड ने उस लड़की के साथ बलात्कार किया। इसके बाद उसे 4 साल की सजा सुनाई गई। सजा काटने के बाद जनवरी 2019 में वह जेल से रिहा हुआ था। इसके बाद अप्रैल 2019 में उसने दोस्त के साथ बलात्कार किया।
ब्रिटेन की ब्रिस्टल क्राउन कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान आरोपित लेक्सी रोज क्रॉफर्ड ने खुद को ‘ब्लैकआउट’ से पीड़ित बताते हुए कहा कि उसे कुछ भी याद नहीं है। ‘ब्लैकआउट’ पीड़ित व्यक्ति को भूलने की बीमारी होती है। यानी कि उसने क्या किया या फिर उसके साथ क्या हुआ उसे याद नहीं रहता। हालाँकि, ये साफ नहीं है कि बलात्कारी के इस दावे में कितनी सच्चाई है।
वहीं पीड़ित ने अपने बयान में कहा है, “अप्रैल 2019 में लेक्सी रोज क्रॉफर्ड उसके घर आया और कम्प्यूटर में गेम खेला। वह चाहता था कि मैं उसके बगल में लेट जाऊँ। इसके बाद उसने मुझसे लिपटना शुरू किया। मुझे असहज महसूस हो रहा था। फिर उसने मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए। मेरे बार-बार मना करने के बाद भी वह नहीं रुका और मेरा बलात्कार किया। इसके बाद वह लेट गया और सोने का नाटक करने लगा।”
पीड़ित और आरोपित के बयानों को सुनने के बाद कोर्ट ने लेक्सी रोज क्रॉफर्ड को बलात्कार का दोषी करार दिया। हालाँकि, कोर्ट ने अभी उसकी सजा का ऐलान नहीं किया है। क्रॉफर्ड की सजा का ऐलान 10 मई, 2023 को होगा। तब तक के लिए कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया है। हालाँकि, कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान क्रॉफर्ड को वकीलों और जजों ने ‘मिस’ कहकर संबोधित किया है। लेकिन, इसके बाद भी ऐसा माना जा रहा है कि सजा के बाद उसे पुरुष जेल में रखा जाएगा।