आपने कई बार देखा होगा कि क्रिएटिव होने के चक्कर में न्यूज चैनल कुछ ऐसा कर देते हैं जिससे न केवल उनका मजाक बनता है, बल्कि संवेदनाएँ भी आहत होती हैं। कभी टाइम मशीन में बैठकर कवरेज होती है तो कभी लाइव टीवी पर एंकर ही रॉकेट में उड़ने लगता है।
सामान्य दिनों में ये सब मीडिया चैनलों पर दिखना बेहद आम है। लेकिन कोविड जैसे संवेदशील समय में यदि इस तरह के प्रयास किए जाएँ तो थू-थू के अलावा कुछ नहीं मिलेगी। एबीपी के साथ कुछ यही हुआ है।
कोविड की गंभीरता को देखते हुए जहाँ कुछ चैनलों ने चुनावी कवरेज तक पर रोक लगा दी। वहीं एबीपी थोड़ा हटके दिखने के चक्कर में हर नैतिकता भूल गया। इस समय एबीपी के चुनावी कवरेज की कुछ क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
मास्क लगाकर इसमें एंकर को देख सकते हैं कि वो रुझानों का विश्लेषण कर रही हैं। देखा जा सकता है कि कैसे चुनावों को ऑक्सीजन से जोड़कर बंगाल के रुझान बताए गए। क्लिप में एंकर कहती हैं, “देश में ऑक्सीजन के लिए इस समय हाहाकार मचा हुआ है। तो अब ये सीटों की जो ऑक्सीजन है ये किसको मिली ये हम ग्राफिक्स के जरिए अपने दर्शकों को बता रहे हैं।”
Insensitivity at it’s peak @ABPNews 👎 pic.twitter.com/Vbdt4J4jbZ
— Saloni Gaur (@salonayyy) May 2, 2021
इसके बाद क्लिप में पीछे देख सकते हैं कि ऑक्सीजन टैंकर प्लेन से बाहर आता है और एंकर कहती हैं, “इस ऑक्सीजन टैंकर से बीजेपी को बिलकुल ऑक्सीजन नहीं मिली है। सीटों की जो बात हो रही है वो टीएमसी को 194 सीटें मिल रही हैं और कॉन्ग्रेस के हाथ 4 सीटें आई हैं। कॉन्ग्रेस को देख लग रहा है कि वो वेंटिलेटर पर है। उन्हें बिलकुल ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। सीटों की ऑक्सीजन में टीएमसी बाजी मारती दिखाई दे रही है।”
These people think shortage of medical oxygen is a joke.
— Swati Bhasin (@swati_bhasin) May 2, 2021
एबीपी न्यूज की इस क्लिप को मशहूर कॉमेडियन सलोनी गौर ने अपने ट्वीट पर शेयर किया है। उन्होंने एबीपी की कवरेज पर हताशा दिखाते हुए कहा कि असंवेदनशीलता यहाँ पीक पर है। स्वाति भासीन नाम की यूजर ने एबीपी की इस क्लिप को देख कहा कि इन लोगों को लगता है कि देश में ऑक्सीजन की कमी एक मजाक है।