हैदराबाद के राजीव गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टॉलीवुड अभिनेता शिवाजी को हिरासत में ले लिया गया। शिवजी पर TV9 के सीईओ के साथ मिल कर वित्तीय धोखाधड़ी करने का आरोप है। उन पर आरोप है कि उन्होंने TV9 के तत्कालीन सीईओ रवि प्रकाश के साथ मिल कर बोगस डॉक्यूमेंट्स बनाए और फिर उसके आधार पर शेयर्स की ख़रीद-बेच में गड़बड़ियाँ की। जब गिरफ्तारी हुई, उस वक्त अभिनेता शिवाजी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अमेरिका जा रहे थे।
हालाँकि, उनके ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी होने के कारण एयरपोर्ट पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया और बाद में उन्हें साइबराबाद पुलिस को सौंप दिया गया। साइबर क्राइम पुलिस ने उन्हें छोड़ने से पहले 2 घंटे तक पूछताछ की। इस मामले में आगे की जाँच के लिए अभिनेता शिवाजी को 11 जुलाई को फिर से पुलिस के समक्ष पेश होने को कहा गया है।
अभिनेता शिवाजी और TV9 के तत्कालीन सीईओ रवि प्रकाश धोखाधड़ी के इस मामले में मुख्य साज़िशकर्ता हैं और उन पर आरोप है कि दोनों ने फ़र्ज़ी काग़ज़ातों के आधार पर TV9 के 40,000 शेयर्स पर कब्ज़ा कर लिया। अलांदा मीडिया एंटरटेनमेंट ग्रुप ने दोनों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कराया है, जिसमें उन पर वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। अलांदा ही TV9 की संचालक कम्पनी है। अभिनेता शिवाजी को पिछले कुछ महीनों में 3 बार पुलिस ने समन किया लेकिन वह एक बार भी पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुए थे।
इसके बाद उनके ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी किया गया। हाल ही में उन्होंने अपने ऊपर लगे एफआईआर को रद्द करने के लिए तेलंगाना हाईकोर्ट का रुख किया था। शिवाजी ने अदालत को बताया कि उन्होंने TV9 के सीईओ रहे रवि प्रकाश को 40,000 कम्पनी के शेयर्स ख़रीदने के लिए 20 लाख रुपए दिए थे। पुलिस का मानना है कि शिवाजी को रवि प्रकाश द्वारा ही खड़ा किया गया था ताकि वे कम्पनी के मैनेजमेंट में मनमाफिक बदलाव कर सकें।
#Hyderabad#Tollywood actor S Shivaji was detained by @cyberabadpolice at @RGIAHyd reportedly while trying to flee country. He is wanted in connection with the TV9 cheating cases. @THHyderabad @the_hindu @TelanganaDGP @cpcybd @dcpshmbad_cyb pic.twitter.com/cqtlZk91pa
— Abhinay Deshpande|అభినయ్ देशपांडे (@AbhinayTheHindu) July 3, 2019
इसके बाद रवि प्रकाश को TV9 के सीईओ पद से हटा दिया गया। अदालत उन्हें गिरफ़्तारी से राहत प्रदान कर चुकी है और 9 जुलाई से पहले उनके ख़िलाफ़ किसी प्रकार की कार्रवाई करने पर रोक लगा दी थी।