Sunday, November 17, 2024
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‘मुझे बदनाम करने के लिए रची थी आपराधिक साजिश’: द वायर की मेटा रिपोर्ट पर BJP नेता का बयान, कहा- उन पत्रकारों पर FIR करवाऊँगा

वामपंथी वेबसाइट ने अपने संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन की बाइलान वाली इस स्टोरी पर ऐसा एक्शन तब लिया, जब डोमेन एक्सपर्ट्स और इंडिपेंडेंट रिसर्चर ने उसकी स्टोरी को खारिज कर दिया। इसके साथ ही ये भी बताया कि शायद इस स्टोरी को गढ़ने के लिए फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग हुआ है।

‘द वायर’ (The Wire) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) को मेटा (Meta) से ताकतवर बताने वाली र‍िपोर्ट छापी थी, जिसे भारी फजीहत होने के बाद कंपनी ने अपनी वेबसाइट से हटा लिया है। इसके बाद उसने देश की छवि को बदनाम करने के बाद माफी माँगने का दिखावा कर नौटंकी भी की। हालाँकि, अब इस मामले में अमित मालवीय ने कहा है कि वह ‘द वायर’, उसके मैनेजमेंट और पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए कानूनी कार्यवाही करेंगे।

अमित मालवीय ने कहा है कि वह द वायर के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी की साजिश, प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने के लिए साजिश रचने, मानहानि और आपराधिक साजिश सहित अन्य संबंधित धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराएँगे। इसके अलावा, वह द वायर और उसके सहयोगियों द्वारा उन्हें हुए नुकसान के लिए दीवानी कार्रवाई भी करेंगे।

‘द वायर’ द्वारा मेटा से अधिक ताकतवर बताए जाने और तमाम तरह के आरोप लगाए जाने के बाद अमित मालवीय ने इस मुद्दे पर खुलकर बोलते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि द वायर और कुछ अज्ञात व्यक्ति उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के इरादे से आपराधिक साजिश में शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि द वायर ने अपनी ‘फेक’ रिपोर्ट के लिए अपने पाठकों से माफी माँग ली है, लेकिन अभी तक मेटा, अमित मालवीय और अन्य लोगों से माफी नहीं माँगी है। इस बारे में अमित मालवीय ने कहा, “स्टोरी वापस लेने के बाद भी द वायर ने मेरी प्रतिष्ठा को खराब करने और मेरे पेशेवर करियर को गंभीर नुकसान पहुँचाने के बावजूद मुझसे माफी नहीं माँगी है।” 

मालवीय ने कहा, “द वायर की मेटा स्टोरी ने माहौल को खराब कर दिया है और मेरी जिम्मेदारी के कार्यों को पूरा करने के लिए वर्षों से बनाए गए रिश्तों और विश्वास को बुरी तरह से प्रभावित किया है।” उन्होंने यह भी कहा है कि इस बारे में उनके पास द वायर और उसके प्रबंधन/रिपोर्टरों के खिलाफ उचित कानूनी करने अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।

‘द वायर’ ने मेटा पर अम‍ित मालवीय के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था

वामपंथी वेबपोर्टल ने एक रिपोर्ट प्रकाशित किया, जिसमें दावा किया था कि अमित मालवीय इतने शक्तिशाली हैं कि फेसबुक या इंस्टाग्राम पर कोई पोस्ट अच्छा न लगने पर उसे तुरंत हटवा सकते हैं। हालाँक‍ि, ‘Meta’ के कम्युनिकेशंस हेड एंडी स्टोन ने इस पूरी खबर को बनावटी करार दिया था।

उन्होंने कहा था कि बनावटी दस्तावेजों के आधार पर ‘The Wire’ ने इस रिपोर्ट को तैयार किया है। एक अज्ञात सूत्र के आधार पर ‘The Wire’ ने दावा किया था कि अमित मालवीय ने सोशल मीडिया से 705 पोस्ट्स हटवाएँ थे।

भारी फजीहत के बाद स्‍टोरी हटाई

‘द वायर’ ने भारी फजीहत के बाद स्‍टोरी को वेबसाइट से हटाने के बाद कहा था कि वो अब मेटा के खिलाफ रिपोर्ट बनाने के लिए इस्तेमाल हुए हर दस्तावेज और सूत्र की आंतरिक समीक्षा करेगा। इसमें दस्तावेजों, सूचनाओं, स्रोत सामग्री, तकनीक और क्रॉस-चेक की जाँच की जाएगी।

डोमेन एक्सपर्ट्स और इंडिपेंडेंट रिसर्चर्स ने स्टोरी खारिज की

वामपंथी वेबसाइट ने अपने संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन की बाइलान वाली इस स्टोरी पर ऐसा एक्शन तब लिया, जब डोमेन एक्सपर्ट्स और इंडिपेंडेंट रिसर्चर ने उसकी स्टोरी को खारिज कर दिया। इसके साथ ही ये भी बताया कि शायद इस स्टोरी को गढ़ने के लिए फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग हुआ है।

एक्सपर्ट्स के ऐसे दावे के बाद ही वायर ने अपने प्लेटफॉर्म से स्टोरी हटाई और आंतरिक समीक्षा की बात कहकर अप्रत्यक्ष रूप से मान लिया कि मेटा पर की गई उसकी स्टोरी कितनी गलत थी। इस दौरान उसने पाठकों से माफी माँगने का ढोंग भी किया।

प्राइवेसी र‍िसर्चर ने द वायर पर लगाया फर्जीवाड़े का आरोप

वी आनंद नाम के एक प्राइवेसी र‍िसर्चर ने 20 अक्टूबर को ट्विटर पर इस दावे को खारिज कर दिया था कि उन्होंने मेटा विवाद में ‘द वायर’ के देवेश कुमार के काम का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था, “मैं वास्तव में लगातार धोखाधड़ी से थक गया हूँ। यह वास्तव में हतप्रभ करने वाला है कि ये सब अब स्पष्ट रूप से एक मृत कहानी पर विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए हो रहा है। इस बारे में सिद्धार्थ वरदराजन को सूचित कर दिया है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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