Wednesday, October 9, 2024
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META पर ‘द वायर’ ने थूक कर चाटा: पहले लिखा- अमित मालवीय के पास स्पेशल पावर, अब कहा- हटा रहे स्टोरी, जाँच करेंगे

वामपंथी वेबसाइट ने अपनी ही स्टोरीज पर ऐसा एक्शन तब लिया जब डोमेन एक्सपर्ट्स और इंडिपेंडेंट रिसर्चर्स ने उनकी स्टोरी खारिज की। साथ ही ये भी बताया कि शायद इस स्टोरी को गढ़ने के लिए फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग हुआ।

भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय को मेटा से ताकतवर बताने वाली रिपोर्ट्स को द वायर ने अपनी साइट से हटाने का निर्णय लिया है। भारी फजीहत करवाने के बाद द वायर ने कहा कि वो अब मेटा के खिलाफ रिपोर्ट बनाने के लिए इस्तेमाल हुए हर दस्तावेज और हर सूत्र पर आंतरिक समीक्षा करने वाले हैं।

द वायर ने बयान जारी कर बताया कि उनकी मेटा कवरेज को लेकर जो सवाल उठे, उसके लिए वह एक आंतरिक समीक्षा करेंगे। इसमें दस्तावेजों, सूचनाओं, स्रोत सामग्री और स्रोतों की जाँच की जाएगी।

बता दें कि वामपंथी वेबसाइट ने अपनी ही स्टोरीज पर ऐसा एक्शन तब लिया जब डोमेन एक्सपर्ट्स और इंडिपेंडेंट रिसर्चर्स ने उनकी स्टोरी खारिज की। साथ ही बताया कि शायद इस स्टोरी को गढ़ने के लिए फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग हुआ।

एक्सपर्ट्स के ऐसे दावे के बाद ही मेटा ने अपने प्लेटफॉर्म से स्टोरी हटाई और आंतरिक समीक्षा की बात कहकर अप्रत्यक्ष रूप से मान लिया कि मेटा पर की गई उनकी स्टोरी कितनी गलत थी।

साइट से आर्टिकल सस्पेंड (साभार: द वायर)

उल्लेखनीय है कि द वायर की स्टोरीज जिन शोधकर्ताओं द्वारा खारिज की गई उन्हें वायर ने एक्सपर्ट्स की लिस्ट में शामिल किया था। इन्हीं विशेषज्ञों ने बताया कि उन्होंने द वायर के लिए DMIK वेरिफिकेशन नहीं किया।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पब्लिक सेफ्टी देखने वाले पॉलिसी मैनेजर कनिष्क करण ने तो ट्विटर पर ही द वायर के दावों को झूठा कह दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने द वायर की स्टोरी FB ‘XCheck’ पर नहीं वेरीफाई की थी।

इसी तरह एक अन्य विशेषज्ञ जिनका नाम उज्जवल कुमार है और जो माइक्रोसॉफ्ट एशिया में काम करते हैं, उन्होंने भी द वायर के दावे को झुठलाया। उज्जवल को लेकर द वायर ने कहा था कि उन्होंने ही उन मेल्स की पुष्टि की है जिसके आधार पर उनकी रिपोर्ट थी। हालाँकि उज्जवल ने ऐसा कोई वेरिफिकेशन करने से मना कर दिया।

टेक एक्सपर्ट प्रणेश प्रकाश ने बताया कि उन्होंने दोनों एक्सपर्ट्स से बात की थी। दोनों ने ही ऐसे किसी भी सत्यापन को करने से मना किया है। ऑपइंडिया ने भी इस संबंध में माइक्रोसॉफ्ट एशिया से संपर्क का प्रयास किया था लेकिन उनका अभी कोई जवाब नहीं आया है। इस बीच खबर है कि द वायर पर मेटा की स्टोरी करने वाले पत्रकार ने अपने अकॉउंट को डिएक्टिवेट कर दिया था। हालाँकि कुछ देर बाद वह लौट आया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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