Sunday, December 22, 2024
Homeरिपोर्टमीडियाआरफा खानम के ट्वीट पर स्मृति ईरानी ने लिया संज्ञान: पड़ताल में नहीं निकला...

आरफा खानम के ट्वीट पर स्मृति ईरानी ने लिया संज्ञान: पड़ताल में नहीं निकला मरीज को Covid, हार्ट अटैक से हुई मौत

“तत्काल संपर्क किया तो जानकारी हुई कि इनके चचेरे भाई के नाना 88 वर्षीय थे, न उन्हें COVID था, न ऑक्सीजन की चिकित्सीय परामर्श थी। रात 8 बजे उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई। इस समय सोशल मीडिया पर इस प्रकार की समाज मे भय पैदा करने वाली पोस्ट डालना निन्दनीय ही नहीं, कानूनी अपराध भी है।

द वायर की पत्रकार आरफा खानम शेरवानी ने सोमवार (अप्रैल 26, 2021) को शशांक नाम के लड़के के लिए मदद माँगते हुए ट्विटर पर मैसेज पोस्ट किया। मैसेज में लिखा था कि शशांक को जल्दी से अपने दोस्त के नाना जी के लिए ऑक्सीजन की जरूरत है। इस संदेश में आरफा ने शशांक की डिटेल्स भी दी।

15 मिनट के अंदर आरफा के इस संदेश पर अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने संज्ञान ले लिया। उन्होंने शशांक से संपर्क साधने की कोशिश की। हालाँकि, बात न हो पाने पर आरफा को बता भी दिया कि शशांक कॉल नहीं उठा रहा।

ईरानी ने बताया कि उन्होंने शशांक को तीन बार कॉल की, लेकिन एक भी बार कोई रिस्पांस नहीं आया। इतना ही नहीं, उन्होंने अमेठी पुलिस और अमेठी के जिलाधिकारी को भी शशांक की मदद के लिए फौरन निर्देश दे दिए।

जब आरफा ने स्मृति ईरानी का यह ट्वीट देखा तो उन्होंने शशांक के साथ किसी अंकित को बताया कि भाजपा सांसद उन लोगों से बात करने का प्रयास कर रही हैं। इसके 29 मिनट बाद आरफा ने रात 1 बजे बताया कि शशांक के नानाजी अब दुनिया में नहीं रहे।

गौर दीजिए! पहले ट्वीट में लिखा था कि वो शशांक के दोस्त के नानाजी हैं और दूसरे ट्वीट में बताया गया कि शशांक के नानी जी दुनिया में नहीं रहे।

मामला चूँकि जिलाधिकारी के पास पहुँच गया था तो डीएम ने खुद केस में तहकीकात की। जाँच में सामने आया कि मरीज का ईलाज प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था और वास्तविकता में मरीज का कोविड-19 का चेक अप ही नहीं हुआ, न ही उसे किसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।   

ऑपइंडिया को शशांक से क्या पता चला

जब ऑपइंडिया ने इस संबंध में शशांक से बात की, तो शशांक ने आरफा को जानने से इंकार कर दिया। वह बोले कि उन्होंने ये सारी बातें कभी कही ही नहीं, जैसा कि आरफा कह रही हैं। शशांक ने ऑपइंडिया को बताया “मैं उन्हें नहीं जानता। उन्होंने रीट्वीट किया लेकिन मुझको नहीं पता कैसे। दूर-दूर तक कोई कनेक्शन नहीं है मेरा।”

शशांक ने हमें बताया कि उन्होंने अपना ट्वीट शाम 7:30 बजे किया। इसके बाद उसे कॉन्टैक्ट करने की कोशिशें हुई लेकिन तब तक नानाजी जा चुके थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था।

वहीं शशांक के ट्वीट को हमने देखा तो पता चला कि शशांक को ऑक्सीजन सिलिंडर की आवश्यकता थी, लेकिन उन्होंने इसके लिए सोनू सूद को टैग किया था।

अमेठी पुलिस ने दी शशांक के ‘नानाजी’ की जानकारी

शशांक के पोस्ट पर अमेठी पुलिस की प्रतिक्रिया है। पुलिस ने कहा, “तत्काल संपर्क किया तो जानकारी हुई कि इनके चचेरे भाई के नाना 88 वर्षीय थे, न उन्हें COVID था, न ऑक्सीजन की चिकित्सीय परामर्श थी। रात 8 बजे उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई। इस समय सोशल मीडिया पर इस प्रकार की समाज मे भय पैदा करने वाली पोस्ट डालना निन्दनीय ही नहीं, कानूनी अपराध भी है।”

ऑपइंडिया ने जब दोबारा अमेठी पुलिस के बयान पर शशांक को कॉन्टैक्ट करना चाहा तो उनसे संपर्क नहीं हुआ। वहीं उससे पहले जब हमने उस अंकित के बारे में पूछा, जिसे उनके साथ टैग किया गया था, तो शशांक ने फोन काट दिया और दोबारा कॉल रिसीव नहीं की। कुल मिलाकर हमें अपनी पड़ताल में जानकारी ये हुई कि आरफा खानम ने अपने ट्वीट पर शशांक का मैसेज देर रात शेयर किया, जबकि 4 घंटे पहले मरीज का देहांत हो चुका था।

आरफा खानम का पक्ष

अपने ट्वीट पर अमेठी पुलिस का बयान देखने के बाद कुछ देर पहले आरफा ने बयान दिया है। उन्होंने अंकित का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा, “संकट की इस घड़ी में नागरिक एक दूसरे की मदद कर रहे हैं, जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं भी एक ज़िम्मेदार नागरिक होने के नाते जो लोग मुझसे मदद की गुहार लगा रहे हैं, उनके संदेश ट्वीट कर रही हूँ। तथ्यों की जाँच करना पुलिस का काम है। आपकी जानकारी के लिये ये स्क्रीन शॉट लगा रही हूँ।”

अगले ट्वीट में आरफा ने लिखा, “मेरे द्वारा ट्वीट किए संदेशों में 99% लोगों से निजी तौर पर मेरी कोई जान पहचान नहीं है। लेकिन एक भारतीय नागरिक का फ़र्ज़ निभाते हुए, मैं उनका संदेश लोगों तक पहुँचा रही हूँ।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -