लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 4 जून (मंगलवार) की सुबह मतगणना शुरू हो गई। भाजपा को मिल रही बढ़त के बाद विपक्ष के कई नेताओं और पत्रकारों में निराशा की लहर दौड़ गई। इन्हीं में से एक हैं इंडिया टुडे के ‘पत्रकार’ राजदीप सरदेसाई। एक बहस के दौरान राजदीप ने चुनावी कवरेज के बीच में ही स्टूडियो छोड़ने की धमकी दे डाली। इस धमकी की वजह उनके सहयोगी राहुल कँवल द्वारा कॉन्ग्रेसी नेताओं द्वारा फैलाए जा रहे उत्तर-दक्षिण जैसी विभाजनकारी मुद्दे को उठाना था।
दक्षिण भारत में भाजपा के प्रदर्शन के बारे में चर्चा के दौरान राहुल कँवल ने कॉन्ग्रेस पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “फर्जी बातें फैलाई गईं और दक्षिण व उत्तर भारत को अलग-अलग रूप में पेश करने की कोशिश की गई।” उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष ने दक्षिण भारत और उत्तर भारत को अलग-अलग कहानी के रूप में पेश करने का प्रयास किया गया। विपक्ष के कई नेताओं ने कहा कि मोदी का जादू दक्षिण में काम नहीं करता। यह अलग है। उत्तर भारत अलग है, क्योंकि वे इसे दो अलग-अलग देशों के रूप में देखते है।”
राहुल कँवल की यह टिप्पणी कॉन्ग्रेस के वफादार राजदीप सरदेसाई को नागवार गुजरी। राजदीप सरदेसाई ने राहुल कँवल को ‘एंग्री यंगमैन’ बताया। हालाँकि, इस पर ध्यान नहीं देते हुए राहुल कँवल ने राजदीप से ही पूछ लिया कि कॉन्ग्रेस उत्तर और दक्षिण की बातें करती है या नहीं। जवाब में सच्चाई कबूल करने के बजाय राजदीप ने राहुल कँवल को ऐसी टिप्पणी करते समय सावधानी बरतने की सलाह दे दी। राजदीप ने कॉन्ग्रेस नेता डीके सुरेश द्वारा दक्षिण भारत के अलग देश बन जाने जैसी टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बयान जरूर कहा, लेकिन कई मौकों पर वो कॉन्ग्रेस का बचाव करते दिखे।
Rajdeep Sardesai got grilled early in the morning 😂 pic.twitter.com/e183VaIwZ0
— BALA (@erbmjha) June 4, 2024
अंत में राजदीप सरदेसाई ने इस पूरी चर्चा को आँकड़ों की तरफ मोड़ दिया। शो के एक पैनलिस्ट ने जब डीके सुरेश की टिप्पणी को देशद्रोही बयान बताया तो राजदीप सरदेसाई ने उत्तर और दक्षिण भारत के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए चर्चा को बीच में ही छोड़ देने की धमकी दी। दरअसल, दिसंबर 2023 में भी कॉन्ग्रेस के कुछ नेताओं ने छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों में अपनी हार को तर्कसंगत बनाने के लिए उत्तर-दक्षिण विभाजन को हवा दी थी।
यहाँ ध्यान देने वाली ये बात है कि इसी साल 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 का अंतरिम बजट पेश किया था। तब इस बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कॉन्ग्रेस नेता डीके सुरेश ने केंद्र पर बजट में दक्षिण भारतीय राज्यों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए एक तरह से धमकी दे डाली थी। इसको लेकर काफी बवाल हुआ था।
डीके सुरेश ने कहा था कि भविष्य में दक्षिण भारतीय राज्य अपने लिए एक अलग देश की माँग कर सकते हैं और इसे बनवा भी सकते हैं। कॉन्ग्रेस नेता ने आगे कहा था कि दक्षिण भारतीय राज्यों का पैसा उत्तर भारत में प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने इसे अन्याय बताते हुए चेतावनी दी थी कि यही हाल रहा तो दक्षिणी राज्य एक अलग देश की माँग कर सकते हैं।