इंडिया टुडे ग्रुप के आजतक (AajTak) से जुड़े रहे श्याम मीरा सिंह ने सोमवार (जुलाई 19, 2021) को ट्विटर पर अपनी बर्खास्तगी के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार बताया, जबकि असलियत में उसे कंपनी की सोशल मीडिया पॉलिसी का उल्लंघन करने के लिए टर्मिनेट किया गया है।
श्याम ने टर्मिनेशन के बाद ट्विटर पर दो स्क्रीनशॉट शेयर किए। इस ट्वीट में उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मान न देने की बात की है। साथ ही इन ट्वीट्स में पीएम मोदी को बेशर्म भी कहा है। उसने लिखा है, “बार-बार दोहराना चाहता हूँ। हाँ! मोदी बेशर्म प्रधानमंत्री है।”
ट्वीट में श्याम ने कंपनी द्वारा भेजे गए उस मेल को भी साझा किया है जिसमें उन्हें उनकी बर्खास्तगी के बारे में बताया गया। इसमें मीडिया हाउस ने कहा कि दो आधिकारिक चेतावनियों समेत कई बार वार्निंग दिए जाने के बाद भी श्याम सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट करते रहे, जो कि कंपनी की पॉलिसी के विरुद्ध है।
मालूम हो कि इंडिया टुडे समूह की सोशल मीडिया नीति मीडिया हाउस से जुड़े कर्मचारियों को उनकी व्यक्तिगत राय सोशल मीडिया पर डालने से मना करती है। साथ ही उन्हें उनके सोशल मीडिया का उपयोग केवल उन समाचारों के लिए इस्तेमाल करने की सलाह देती है जो मीडिया हाउस द्वारा प्रकाशित या प्रसारित किए गए हैं।
इंडिया टुडे की सोशल मीडिया पॉलिसी
साल 2020 के अक्टूबर माह में इंडिया टुडे ने इस संबंध में निर्देश जारी किए थे। एडवाइजरी में कहा गया था कि इंडिया टुडे ग्रुप के साथ अनुबंध रखने वाला व्यक्ति अपने व्यक्तिगत हैंडल का उपयोग केवल उस समूह से संबंधित सामग्री या प्रचार को पोस्ट करने के लिए कर सकता है, जिसका उपयोग प्रिंट, डिजिटल या ऑन एयर में किया गया है। इसमें आगे कहा गया कि ऐसे व्यक्ति (इंडिया टुडे के साथ कॉन्ट्रैक्ट वाले) किसी पोस्ट का रिप्लाई या उनको रीट्वीट भी नहीं कर सकते, भले ही उन्हें उसमें टैग किया गया हो। वे केवल समूह की सामग्री पर ही जवाब दे सकते हैं।
बता दें कि जब से ये दिशा-निर्देश लागू हुए हैं, तब से मीडिया हाउस के कई शीर्ष कर्मचारी जैसे राजदीप सरदेसाई, गौरव सावंत, राहुल कंवल, पाणिनी आनंद वगैरह भी अपने व्यक्तिगत विचारों को सोशल मीडिया पर शेयर करने से बच रहे हैं। ऐसे में जाहिर सी बात है कि श्याम मीरा सिंह कोई अपवाद नहीं हो सकते थे।
सोशल मीडिया यूजर्स ने उड़ाया मजाक
सोशल मीडिया पर श्याम का ट्वीट वायरल होने के बाद इस पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। लोगों ने उन पर तंज कसा है कि राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकारों को मोदी से घृणा करने पर बर्खास्त नहीं किया गया, लेकिन उनको ऐसे ट्वीट्स के लिए कर दिया गया। यूजर कहते हैं कि जरूर वह अपनी नौकरी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होंगे तभी उन्हें निकाला गया, अगर पीएम मोदी कारण होते तो कई कर्मचारियों पर कार्रवाई होती।
Yeah, they don’t terminate Rajdeep Sardesai for all his anti-Modi hate on air, but terminated you for couple of innocuous tweets…. You must be terrible at your job https://t.co/guSvBoFywt
— Gappistan Radio (@GappistanRadio) July 19, 2021
कई यूजर्स ने उन्हें बेवकूफ करार देते हुए सलाह दी कि वह अपने सीनियर्स से कुछ सीखें ताकि अपनी नफरत को ‘पत्रकारिता का सच’ कहकर छिपा सकें और सरकारी नीतियों को बड़े प्लेटफॉर्म पर बदनाम कर सकें।
Stupid fellow. He should’ve learned from his seniors in journalism to hide his hatred for Modi on social media. Instead, he should’ve used his platform for ‘objective’ journalism to malign Modi and his government and policies. https://t.co/6JBt8BbpDi
— VatsRohit (@KesariDhwaj) July 19, 2021
कुछ ने उन्हें कहा कि वह कंपनी पॉलिसी के मुताबिक काम करना सीखें और समझें कि कॉर्पोरेट जगत में कैसे काम किया जाता है।
#VictimCard or making yourself eligible for #NYTimes ? Remember every company has certain policies which they wish you to follow. If you violate the HR policy you are liable to face action. Clearly they had warned you not to spoil the company name to carry your agenda https://t.co/BMjcSi4EkZ
— Sanjeev Chadha (@sanjeevchadha8) July 19, 2021