Sunday, September 1, 2024
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‘…मोदी बेशर्म प्रधानमंत्री है’: कंपनी पॉलिसी उल्लंघन पर AajTak ने निकाला, PM को जिम्मेदार बता खुद को दिखा रहा ‘शहीद’

इंडिया टुडे ने अक्टूबर 2020 में नई सोशल मीडिया नीति जारी की थी। इसके बाद से समूह के कई वरिष्ठ कर्मचारी जैसे- राजदीप सरदेसाई, गौरव सावंत, राहुल कंवल, पाणिनी आनंद भी सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत विचारधारा को प्रसारित करने से बच रहे हैं।

इंडिया टुडे ग्रुप के आजतक (AajTak) से जुड़े रहे श्याम मीरा सिंह ने सोमवार (जुलाई 19, 2021) को ट्विटर पर अपनी बर्खास्तगी के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार बताया, जबकि असलियत में उसे कंपनी की सोशल मीडिया पॉलिसी का उल्लंघन करने के लिए टर्मिनेट किया गया है।

कॉन्ट्रैक्ट के उल्लंघन पर बर्खास्त हुआ श्याम मीरा सिंह

श्याम ने टर्मिनेशन के बाद ट्विटर पर दो स्क्रीनशॉट शेयर किए। इस ट्वीट में उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मान न देने की बात की है। साथ ही इन ट्वीट्स में पीएम मोदी को बेशर्म भी कहा है। उसने लिखा है, “बार-बार दोहराना चाहता हूँ। हाँ! मोदी बेशर्म प्रधानमंत्री है।”

श्याम मीरा सिंह का टर्मिनेशन लेटर (साभार: @shyammeerasingh)

ट्वीट में श्याम ने कंपनी द्वारा भेजे गए उस मेल को भी साझा किया है जिसमें उन्हें उनकी बर्खास्तगी के बारे में बताया गया। इसमें मीडिया हाउस ने कहा कि दो आधिकारिक चेतावनियों समेत कई बार वार्निंग दिए जाने के बाद भी श्याम सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट करते रहे, जो कि कंपनी की पॉलिसी के विरुद्ध है।

मालूम हो कि इंडिया टुडे समूह की सोशल मीडिया नीति मीडिया हाउस से जुड़े कर्मचारियों को उनकी व्यक्तिगत राय सोशल मीडिया पर डालने से मना करती है। साथ ही उन्हें उनके सोशल मीडिया का उपयोग केवल उन समाचारों के लिए इस्तेमाल करने की सलाह देती है जो मीडिया हाउस द्वारा प्रकाशित या प्रसारित किए गए हैं।

इंडिया टुडे की सोशल मीडिया पॉलिसी

साल 2020 के अक्टूबर माह में इंडिया टुडे ने इस संबंध में निर्देश जारी किए थे। एडवाइजरी में कहा गया था कि इंडिया टुडे ग्रुप के साथ अनुबंध रखने वाला व्यक्ति अपने व्यक्तिगत हैंडल का उपयोग केवल उस समूह से संबंधित सामग्री या प्रचार को पोस्ट करने के लिए कर सकता है, जिसका उपयोग प्रिंट, डिजिटल या ऑन एयर में किया गया है। इसमें आगे कहा गया कि ऐसे व्यक्ति (इंडिया टुडे के साथ कॉन्ट्रैक्ट वाले) किसी पोस्ट का रिप्लाई या उनको रीट्वीट भी नहीं कर सकते, भले ही उन्हें उसमें टैग किया गया हो। वे केवल समूह की सामग्री पर ही जवाब दे सकते हैं।

बता दें कि जब से ये दिशा-निर्देश लागू हुए हैं, तब से मीडिया हाउस के कई शीर्ष कर्मचारी जैसे राजदीप सरदेसाई, गौरव सावंत, राहुल कंवल, पाणिनी आनंद वगैरह भी अपने व्यक्तिगत विचारों को सोशल मीडिया पर शेयर करने से बच रहे हैं। ऐसे में जाहिर सी बात है कि श्याम मीरा सिंह कोई अपवाद नहीं हो सकते थे।

सोशल मीडिया यूजर्स ने उड़ाया मजाक

सोशल मीडिया पर श्याम का ट्वीट वायरल होने के बाद इस पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। लोगों ने उन पर तंज कसा है कि राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकारों को मोदी से घृणा करने पर बर्खास्त नहीं किया गया, लेकिन उनको ऐसे ट्वीट्स के लिए कर दिया गया। यूजर कहते हैं कि जरूर वह अपनी नौकरी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होंगे तभी उन्हें निकाला गया, अगर पीएम मोदी कारण होते तो कई कर्मचारियों पर कार्रवाई होती।

कई यूजर्स ने उन्हें बेवकूफ करार देते हुए सलाह दी कि वह अपने सीनियर्स से कुछ सीखें ताकि अपनी नफरत को ‘पत्रकारिता का सच’ कहकर छिपा सकें और सरकारी नीतियों को बड़े प्लेटफॉर्म पर बदनाम कर सकें।

कुछ ने उन्हें कहा कि वह कंपनी पॉलिसी के मुताबिक काम करना सीखें और समझें कि कॉर्पोरेट जगत में कैसे काम किया जाता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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