ऑल्ट न्यूज (ALTNews) के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को लेकर वामपंथी प्रोपेगेंडा पोर्टल्स ने एक बार फिर नया प्रोपेगेंडा शुरू किया है। दरअसल, जुबैर को ‘बेचारा’ बताने वाले वामपंथियों का दावा है कि अब उसे धमकियाँ मिल रही हैं। यह वही मोहम्मद जुबैर है, जिसके कारण इस्लामवादियों द्वारा पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को सिर कलम करने से लेकर बलात्कार तक की धमकियाँ दी गईं।
गुरुवार (9 मार्च 2023) को ‘द वायर’ के पत्रकार अलीशान जाफरी ने दावा किया कि तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा पर रिपोर्टिंग करने को लेकर जुबैर को जान से मारने की धमकियाँ दी जा रही हैं। यह वही अलीशान जाफरी है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की प्रोपेगेंडा डॉक्यूमेंट्री का हिस्सा था।
अलीशान जाफरी वायर के अलावा द क्विंट, आर्टिकल 14, न्यूज़क्लिक, कतर द्वारा संचालित अल जज़ीरा और ब्रिटिश सरकार के बीबीसी समेत अन्य प्लेटफॉर्म के लिए लिखता है। ये सभी पोर्टल्स हिंदू विरोध और भारत विरोध के लिए कुख्यात हैं। यहाँ महत्वपूर्ण बात यह है कि जुबैर को धमकी मिलने का दावा न केवल वायर, बल्कि न्यूज़लॉन्ड्री, द न्यूज़मिनट, स्क्रॉल और आर्टिकल 14 सहित अन्य प्रोपेगेंडा मीडिया पोर्टलों द्वारा किया गया।
हिंदू विरोधी मीडिया पोर्टल में लिखने वाले जाफरी ने यह दिखाने की पूरी कोशिश की है कि ‘हिंदूवादी ताकतें’ संदिग्ध फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर को उसका काम करने से रोक रही हैं। हालाँकि, सच्चाई यह है कि धमकी (यदि दी गई है तब) का प्रोपेगेंडा फैलाकर हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की गई है।
बुधवार (8 मार्च 2023) को ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक और कथित फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर ने होली पर एक मीम को लेकर अभिषेक सिंह नामक एक व्यक्ति को धमकी दी। इसके साथ ही उनका ट्वीट रीट्वीट कर उसकी जान तक जोखिम में डाल दी। अभिषेक को खुद को और अपने परिवार को बचाने के लिए न केवल ट्विटर अकाउंट, बल्कि अपना लिंक्डइन प्रोफ़ाइल निष्क्रिय करनी पड़ी।
जुबैर की इन हरकतों से परेशान होकर स्तंभकार हर्षिल मेहता ने गुस्से में आकर एक कमेंट किया था। इस कमेंट में हर्षिल ने न्यायेतर कार्रवाई की बात कही थी। मोहम्मद जुबैर को लेकर हर्षिल ने जो कहा था वह उसकी हरकतों पर दिया गया जवाब था। जुबैर ने एक मीम के लिए हिंदू युवक को सिर्फ इसलिए धमकी दी थी कि उसने मुस्लिम महिला को होली खेलते दिखाया था। जुबैर के इतिहास को देखें तो उसने कई बार इस्लामवादियों को हिंदुओं के खिलाफ उकसाने की कोशिश की है।
निश्चित तौर पर किसी को भी किसी प्रकार की धमकी देना पूरी तरह से गलत है, लेकिन जुबैर जिस तरह से इस्लामवादियों को हिंदुओं के पीछे लगाने की कोशिश करता है उसके परिणामस्वरूप गुस्से और हताशा में ऐसे कमेंट हो जाते हैं। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को सिर कलम करने और बलात्कार की धमकी भी मोहम्मद जुबैर द्वारा एक टेलीविजन बहस की एक चुनिंदा क्लिप पोस्ट करने का ही परिणाम है। जुबैर के कारण जहाँ आज नूपुर शर्मा अपने घर की चारदीवारी में रहने को मजबूर हैं। वहीं, अलीशान जाफरी जैसे प्रोपेगेंडाबाज उसके समर्थन में लेख लिखकर महिमामंडन कर रहे हैं।
यह जानने के बाद भी कि जुबैर ने कई हिंदुओं की जान को खतरे में डाला है। हर्षिल ने अपने कमेंट के लिए माफी माँगते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “मोहम्मद जुबैर पर मेरे ट्वीट के संबंध में स्पष्टीकरण: मेरे शब्दों का इस्तेमाल उसके खिलाफ अपराध करने या लोगों को उकसाने के लिए किया जा सकता है। हालाँकि, मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं है, जिससे किसी व्यक्ति को कोई चोट या नुकसान पहुँचे। इसलिए, ट्वीट को डिलीट कर दिया गया है।”
Clarification regarding my tweet on @zoo_bear : my words could be used to provoke or commit criminal offences against him. However, I hold no such intent to cause any injury or harm to any individual. Thus, the tweet is deleted. 🙏
— Harshil Mehta (હર્ષિલ મહેતા) (@MehHarshil) March 10, 2023
नूपुर के पीछे कट्टरपंथी इस्लामवादियों की पूरी सेना छोड़ने के बाद भी जुबैर को किसी प्रकार की ‘शर्म’ नहीं है। माफी माँगने की बात तो बहुत दूर की बात है, जुबैर ऐसा दिखावा करता है कि नूपुर के साथ जो हुआ उसमें उसका कोई दोष नहीं है। वहीं, अलीशान जाफरी जैसे लोग एक मीम के अभिषेक सिंह जैसे लोगों की जान खतरे में डालने के बाद भी जुबैर की ‘भक्ति’ में डूबे हुए हैं।
अलीशान जाफरी ने अपने लेख में ऐसे ट्वीट्स लिए थे, जिन्हें धमकी नहीं माना जा सकता है। ऐसा ही एक ट्वीट था वकील शशांक शेखर झा का। उन्होंने केवल इतना कहा था कि एक ब्राह्मण महिला, नूपुर शर्मा की जान को खतरे में डालने के लिए मोहम्मद जुबैर को वे कभी माफ नहीं करेंगे। इस ट्वीट को जाफरी ने ऐसे बताया जैसे कि शशांक शेखर झा ने जुबैर को जान से मारने की धमकी दी हो।
Propaganda sites-@thewire_in@scroll_in@newslaundry@thenewsminute@Article14live
— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) March 10, 2023
published article of @alishan_jafri accusing me of issuing death threat to @zoo_bear
If no public apology & taking down articles & SM posts within 24 hours,
I’ll send legal notices@DelhiPolice pic.twitter.com/eWFXTVfUEm
हालाँकि, अब शशांक शेखर झा ने ट्वीट कर कहा है कि यदि अगले 24 घंटों में इन सभी पोर्टल्स द्वारा उनका नाम नहीं हटाया गया, तो वे पोर्टल्स और उनका नाम उपयोग करने वाले लेखकों खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।