Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टमीडियाफेक न्यूज फैलाओ-अवॉर्ड पाओ: राजदीप सरदेसाई की झोली में 'बेस्ट' पुरस्कार, 26 जनवरी को...

फेक न्यूज फैलाओ-अवॉर्ड पाओ: राजदीप सरदेसाई की झोली में ‘बेस्ट’ पुरस्कार, 26 जनवरी को कहा था- पुलिस की गोली से मरा किसान

26 जनवरी की हिंसा के दौरान ट्रैक्टर पलटने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी। उसकी मौत को लेकर फेक न्यूज फैलाने के बाद सरदेसाई को इंडिया टुडे ने छुट्टी पर भेज दिया था।

अब फेक न्यूज फैलाने वालों को भी पत्रकारिता के अवॉर्ड मिल रहे हैं। हम बात कर रहे हैं इंडिया टुडे के राजदीप सरदेसाई की, जिन्हें पत्रकारिता के कई अवॉर्ड मिले हैं। शनिवार (3 अप्रैल 2021) को ENBA अवॉर्ड्स में सरदेसाई को विभिन्न कैटेगरी में अवॉर्ड दिए गए गए। इनमें ‘बेस्ट न्यूज कवरेज’ का अवॉर्ड भी शामिल है। यह अवॉर्ड उन्हें तब मिला है जब उन पर इसी 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा के दौरान फेक न्यूज फैलाने का आरोप लगा था और उन्हें कुछ समय के लिए इंडिया टुडे ने सस्पेंड भी किया था।

राजदीप सरदेसाई को बेस्ट ऐंकर, बेस्ट न्यूज कवरेज (राष्ट्रीय), बेस्ट टॉक शो, बेस्ट न्यूज कवरेज (अंतर्राष्ट्रीय) और बेस्ट बिजनेस प्रोग्राम के लिए अवॉर्ड दिए गए हैं। ज्ञात हो कि 26 जनवरी की हिंसा के दौरान ट्रैक्टर पलटने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी। उसकी मौत के संबंध में फेक न्यूज फैलाने के आरोप में सरदेसाई को एक महीने के लिए बर्खास्त किया गया था। सरदेसाई ने ट्वीट करके अवॉर्ड मिलने की खुशी जाहिर की और आलोचना करने वालों का धन्यवाद भी दिया। उन्होंने अपने ‘कार्य’ को निष्काम कर्म भी कहा।

26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान एक प्रदर्शनकारी नवरीत सिंह पुलिस बैरिकेड तोड़ने का प्रयास कर रहा था। इसी प्रयास में उसका ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस पर सरदेसाई ने ट्वीट किया कि नवरीत की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। हालाँकि पुलिस ने घटना से संबंधित एक वीडियो जारी किया जिसमें यह देखा गया कि पुलिस बैरिकेड को तोड़ने के प्रयास में नवरीत का ट्रैक्टर बुरी तरह से पलट गया। सच्चाई सामने आने के बाद सरदेसाई ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया था।  

राजदीप सरदेसाई के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

इससे पहले राष्ट्रपति भवन में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की तस्वीर लगाए जाने के बाद भी सरदेसाई तस्वीर के विषय में फेक न्यूज फैलाते पकड़े गए थे। लगभग एक महीने की बर्खास्तगी के बाद 23 फरवरी को सरदेसाई पुनः इंडिया टुडे में अपने कार्य पर लौटे थे।  

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -