कृषि कानून के विरोध में किसान प्रदर्शनकारियों ने हर जगह भारत की थू-थू करवा दी, लेकिन NDTV पत्रकार रवीश कुमार अब भी हिंसक तत्वों के कुकर्मों पर लीपा-पोती करके उसे ढकने की कोशिशों में लगे हैं। सड़कों पर हुई हिंसा, लाल किला पर जमा भीड़, तिरंगे का अपमान और घायल पुलिसकर्मियों की तस्वीरें जहाँ कल दोपहर से सोशल मीडिया पर तैर रही हैं, वहीं रवीश कुमार अब भी यही प्रयास कर रहे हैं कि किसी तरह सारी अराजकता को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कह दिया जाए।
अपनी इन्हीं कोशिशों को सफल करने के लिए रवीश का और उनके संस्थान का एक नया कारनामा उजागर हुआ है। दरअसल, रवीश के लाइव शो कवरेज में उनके रिपोर्टर ने ग्राउंड से रिपोर्ट दी जिसमें दंगाई स्वयं बता रहे थे कि अधिकारों की लड़ाई के लिए वह हिंसा कर रहे हैं। मगर, जब शो की वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हुई तो उससे वो सेक्शन बिलकुल गायब था।
Ravish Propaganda Kumar,
— Political Kida (@PoliticalKida) January 26, 2021
Aired live video without refrence of Protesters attacking Police which is watched my more people
Includes the Protesters attacking Police video in YouTube video to look neutral pic.twitter.com/Q4B8z1s4Mm
शो की क्लिप में देख सकते हैं कि रवीश कुमार ने उस सेक्शन की जगह एक वायरल होती वीडियो का इस्तेमाल किया। किंतु ये बताना जरूरी नहीं समझा कि कैसे उसमें प्रदर्शनकारी दिल्ली पुलिस पर हमला बोल रहे हैं और उनके चलते पुलिस को दीवारों से नीचे छलांग मारनी पड़ रही है।
यूट्यूब पर अपलोड वीडियो में एनडीटीवी ने खुद को न्यूट्रल दिखाने के लिए उसी सेक्शन को हटाया, जिसमें लाल किले पर पहुँचे लोग बता रहे थे कि वह वहाँ क्यों आए हैं।
रवीश ने कहा – किसान उग्र नहीं हुए, जोश में थे
बात यही खत्म नहीं हुई। रवीश ने कथित किसानों के उग्र बर्ताव को नजरअंदाज करते हुए कहा कि प्रदर्शन तो बहुत शांतिपूर्ण तरह से शुरू हुआ था। लेकिन जैसे-जैसे भीड़ बेकाबू हुई, लाल किले पर अधिक से अधिक ट्रैक्टर आने लगे। रवीश ने यह भी कहा कि प्रदर्शनकारी उग्र नहीं थे बल्कि केवल जोश में थे। अगर ऐसा नहीं होता तो लाल किले को खासा नुकसान पहुँच सकता था।
Check how shamelessly Ravish is saying that Deep Sidhu reaching Red Fort can be a conspiracy by BJP.
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) January 26, 2021
Last week when NIA sent notice to Deep Sidhu, Ravish introduced him by calling him “Film Kalakar”
Sidhu himself has said he doesn’t support BJP. But Ravish has run Agenda. pic.twitter.com/WC0nkhorBK
उनके मुताबिक किसानों का तलवार के साथ सड़कों पर आना, लाल किला कब्जाना, घोड़े पर सवार हो पुलिस को खदेड़ना, पुलिस को जानबूझकर मारना, महिला कर्मचारी से बदसलूकी… ये सब उग्र बर्ताव का नतीजा नहीं होता। इसे जोश कहा जाता है।
उग्र ट्रैक्टर रैली ने दिया एंबुलेंस को रास्ता- NDTV
एनडीटीवी के प्रोपगेंडे की हद देखिए कि जब पूरी दिल्ली जानती है कि किसान आंदोलन के कारण सड़कें किस प्रकार बाधित रहीं, तब वह सारी बात घुमाकर यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस को जगह दी, जबकि सच्चाई यह थी कि वो एंबुलेंस भी उसी ट्रैक्टर रैली के कारण असुविधा झेल रही थी।
Farmers make way for ambulance stuck in #tractorrally
— NDTV (@ndtv) January 26, 2021
(📍: Indraprastha Park on Outer Ring Road, east Delhi) pic.twitter.com/m127NXFia1
गौरतलब हो कि दिल्ली में कल सैंकड़ों की संख्या में किसान प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर सभी नियमों की धज्जियाँ उड़ाई। फिर सड़कों पर अराजकता फैला कर कानून अपने हाथ में लिया। उन्होंने न केवल अपने तय मार्ग बदले बल्कि संसद और लाल किला की ओर मार्च भी किया।
इस दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया व आँसू गैस के गोले छोड़े। मगर, दंगाई ने पुलिस को ही पीटना शुरू कर दिया। पूरी हिंसा ट्रैक्टर रैली में शामिल दंगाइयों की मनमानी के चलते भड़की। फिर भी एनडीटीवी ऐसे घटिया कोशिशों में लगा रहा कि वह अपने दर्शकों को बरगला कर सारा ठीकरा प्रशासन व पुलिस पर फोड़ सके।