प्रोपेगंडा पोर्टल ‘The Wire’ हिन्दुओं और भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए जाना जाता है। अब उसने भाजपा की आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय को बदनाम करने का ठेका उठाया है। इसके लिए उसने एक रिपोर्ट प्रकाशित किया, जिसमें दावा किया गया कि अमित मालवीय इतने शक्तिशाली हैं कि फेसबुक या इंस्टाग्राम पर कोई पोस्ट अच्छा न लगने पर उसे तुरंत हटवा सकते हैं। ‘Meta’ के कम्युनिकेशंस हेड एंडी स्टोन ने इस पूरी खबर को बनावटी करार दिया।
उन्होंने कहा कि बनावटी दस्तावेजों के आधार पर ‘The Wire’ ने इस रिपोर्ट को तैयार किया है। हालाँकि, जब ‘The Wire’ ने ठेका ले ही लिया था तो वो क्यों पीछे हटता। उसने एक अलग रिपोर्ट लिख कर दावा किया कि जिन दस्तावेजों के आधार पर उसने रिपोर्ट बनाया है वो फर्जी नहीं हैं। फिर उसने एंडी स्टोन का एक ईमेल दिखाया, जिसमें उन्होंने कथित रूप से कंपनी के आंतरिक दस्तावेजों के लीक होने पर आपत्ति जताई थी।
इसके बाद ‘Meta’ के ‘चीफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर’ को सामने आकर मामले को साफ़ करना पड़ा। उन्होंने बताया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ‘The Wire’ ने ये हिटजॉब किया है। CISO गाय रोजन ने बताया कि ‘The Wire’ की रिपोर्ट्स में कोई तथ्य नाम की चीज नहीं है। उन्होंने बताया कि कंपनी के क्रॉस-चेक प्रोग्राम पर मीडिया संस्थान की रिपोर्ट्स गलत हैं। उसने एंडी स्टोन का जो ईमेल एड्रेस दिखाया, वो उनका है ही नहीं।
CISO ने तो उदारता दिखाते हुए आशा जताई कि ‘The Wire’ खुद किसी दुष्प्रचार का शिकार हो रहा है, खुद नहीं कर रहा। हालाँकि, इस प्रोपेगंडा पोर्टल के ट्रैक रिकार्ड्स कुछ और ही कहते हैं। अमेरिका के ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ)’ ने भी इस रिपोर्ट को लपक लिया और ‘Meta’ के खिलाफ दावे करने लगे। WSJ के पत्रकार जेफ्फ होरोविट्ज को रिप्लाई दिया। असल में ‘The Wire’ एक तरफ अमित मालवीय को सर्वशक्तिशाली साबित करने में लगा हुआ था, दूसरी तरफ ये भी दावा कर रहा था कि वो 5000 फॉलोवर वाले एक इंस्टाग्राम हैंडल के पीछे पड़े हैं।
Where to even begin with this story?! X-check has nothing to do with the ability to report posts. The posts in question were surfaced for review by automated systems, not humans. And the underlying documentation appears to be fabricated.
— Andy Stone (@andymstone) October 11, 2022
उसका दावा है कि उक्त इंस्टाग्राम हैंडल को ‘प्राइवेट’ मोड में जाने के लिए सिर्फ इसीलिए मजबूर कर दिया गया, क्योंकि उसने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा था। सबसे बड़ी बात तो ये कि मनोविज्ञान में स्नातक करने वाले व्यक्ति से जटिल तकनीकी मुद्दों पर लेख लिखवाया गया। इसमें दावा किया गया कि अमित मालवीय के पास ‘XCheck’ वाला दर्जा मिला हुआ है, जिससे वो किसी भी पोस्ट को रिपोर्ट कर के हटवा सकते हैं और कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा।
दावा है कि दुनिया भर में चंद बड़े सेलब्रिटीज और हस्तियों को ये सुविधा मिली हुई है। एक अज्ञात सूत्र के आधार पर ‘The Wire’ ने दावा किया कि अमित मालवीय ने सोशल मीडिया से 705 पोस्ट्स हटवाए। ‘The Wire’ को कर रहा है, वो इस्लामी और वामपंथी प्रोपेगंडा के अनुरूप ही है। हमने देखा कि कैसे ट्विटर ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हैंडल को हटाया और वहाँ के चुनावों को प्रभावित किया। ‘The Wire’ कुछेक तकनीकी चीजों का नाम लेकर सोच रहा है कि लोग इसे सही मान लेंगे।