माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर विचारधारा को लेकर उसके पूर्वग्रह के कारण अनेकों बार आरोप लगते आए हैं। इस बार ट्विटर ने दक्षिणपंथी पोर्टल ‘ऑर्गनाइज़र’ के संपादक प्रफुल्ल केतकर की एक रिपोर्ट पर यह कहते हुए आपत्ति जताई है कि यह पाकिस्तानी कानून का उलंघन करती है।
दरअसल, ‘ऑर्गनाइज़र’ के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने ट्विटर पर पाकिस्तान में शिया समुदाय के विरोध में सुन्नी समुदाय के प्रदर्शन से सम्बन्धित एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस पर प्रफुल्ल केतकर ने एक ट्वीट करते हुए बताया – “दोस्तों, ट्विटर ने मुझे पाकिस्तान में सुन्नियों का शियाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की ‘ऑर्गनाइजर’ की एक तथ्यों पर आधारित कहानी शेयर करने के लिए नोटिस भेजा है। ट्विटर का दावा है कि इसने पाकिस्तान के कानून का उलंघन किया है। खुद देखिए और ट्विटर के पूर्वग्रहों पर विचार करिए।”
Friends, @Twitter has sent me notice for sharing a factual story of @eOrganiser related to Sunni protests against Shias in Pakistan, claiming that it violates 'the laws of Pakistan'. Check yourself & Decide about the #TwitterBias https://t.co/joTlGNuJjC
— prafulla ketkar 🇮🇳 (@prafullaketkar) October 22, 2020
प्रफुल्ल केतकर ने ऑर्गनाइजर की जो रिपोर्ट शेयर की थी उसका शीर्षक था- “काफिर काफिर शिया काफिर, पाकिस्तान में शिया (समुदाय) का उत्पीड़न जारी है।”
यह रिपोर्ट सितम्बर माह में पाकिस्तान में भड़के शिया विरोधी प्रदर्शनों के सम्बन्ध में है। दरअसल, पाकिस्तान के कराची में हजारों लोग शिया-विरोधी प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए थे। सोशल मीडिया पर लोग इससे जुड़े पोस्ट, फोटो और वीडियो शेयर कर रहे थे। इस दौरान ‘शिया काफिर हैं’ के नारे बुलंद किए गए और आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान के बैनर लहराए गए। यह संगठन शियाओं की हत्या के लिए ही कुख्यात है।
ऐसे में ट्विटर का एक भारत के नागरिक को पाकिस्तान के नियमों का हवाला देना ट्विटर की कार्यशैली के साथ ही उनकी मंशा पर भी सवाल खड़े करता है। यह ऐसा ही है जैसे स्विट्जरलैंड के कई इलाकों में रात के दस बजने के बाद टॉयलेट में फ्लश करना गैरकानूनी है और यदि भारत में बैठा कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे स्विट्जरलैंड के इस कानून का हवाला देकर धमकाया जा रहा हो।
नया नहीं है ट्विटर का दक्षिणपंथ के प्रति पूर्वग्रह
ट्विटर पर ऐसे आरोप कई बार लगते आए हैं जब उन्होंने किसी मजहब विशेष के लिए दक्षिणपंथियों को निशाना बनाया हो। हाल ही में ट्विटर ने लेह की ‘जियो लोकेशन’ जम्मू कश्मीर, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना में दिखाई थी। यही नहीं, पेरिस में शिक्षक की गला काटकर हत्या करने की घटना की निंदा करने पर ट्विटर ने एक दक्षिणपंथी अकाउंट भी सस्पेंड कर दिया। ट्विटर ने उसे हेट स्पीच करार दिया था।