उत्तर प्रदेश के एक मदरसे में 10 साला के एक बच्चे पर बेरहमी से हमला किया गया है। मंगलवार (1 अक्टूबर) को हुए इस हमले में बुरी तरह घायल छात्र को मेरठ के मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया है, जहाँ उसकी हालत नाज़ुक बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि हमले में मदरसा इस्लामिया अरबिया अहले सुन्नत फैज़-उल उलूम रहमानिया के छात्र को चाकू से गोदा गया और उसका गला रेत दिया गया। हमला तब हुआ जब वह 16 अन्य छात्रों के साथ मदरसे के हॉल में रात को सोया था। मदरसे में करीब 200 बच्चे रहते हैं।
एक मदरसा कर्मचारी के शब्दों में, “जब हमला हुआ तो हॉल में 17 छात्र थे। सभी सो रहे थे। हमलावर चुपचाप कमरे में पहुँचे और छात्र का गला रेतने के अलावा उसे चाकू घोंपा। आवाज़ें सुनकर एक दूसरा छात्र जाग गया और उसने मदद के लिए शोर मचाना शुरू किया तो हमलावरों को भागना पड़ा।”
शोरगुल सुनकर मदरसे के कर्मचारी जाग गए और भागते हुए हॉल में पहुँचे जहाँ उन्हें घायल छात्र मिला। मदरसे के प्राध्यापक ने छात्र को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, जहाँ से उसे मेरठ के मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।
मामला गजरौला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मोहम्मदाबाद गाँव का है। एसपी विपिन तडा और गजरौला के एसएचओ डीके शर्मा ने मदरसे पहुँच कर जाँच शुरू कर दी है। तफ्तीश कर रही पुलिस को शक किसी मदरसे के अंदर के ही व्यक्ति पर है और दो कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी ले लिया गया है। हमले में प्रयुक्त चाकू पुलिस को मदरसे की बाउंड्री के पार खेत में मिला। पता चला है कि यह चाकू मदरसे के ही किचन का है।
पुलिस ने उस पर से निशान मिटाने की कोशिश के चिह्नों की पुष्टि की है। एसपी तडा के अनुसार, “पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दो कर्मचारियों को शक के आधार पर हिरासत में ले लिया गया है। एक संदिग्ध के कमरे में खून के निशान हैं और हमलावर ने उन्हें पानी से धोने की कोशिश की है। हमें शक है कि मदरसे के अंदर से ही कोई हमले में शामिल है। हमले का कारण अभी पता नहीं चला है।”