भारत-पाकिस्तान सीमा पर पहली बार भारतीय सेना की राइफलधारी महिलाओं को तैनात किया गया है। लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर पहली बार इन महिलाओं को तैनात किया गया, जिसे देश और भारतीय सेना के लिए गर्व की बात बताई जा रही है।
पत्रकार आदित्य राज कौल ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि इस रक्षाबंधन वो इन महिलाओं को देख कर गर्व की अनुभूति कर रहे हैं। वीडियो में महिलाएँ राइफल के साथ सीमा पर तैनात दिख रही हैं।
हालाँकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो के बारे में ये भी कहा जा रहा है कि इसमें दिख रही महिलाएँ असम राइफल्स की हैं। ये दावा लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने किया, जिन्होंने असम राइफल्स को एक तगड़ी फोर्स करार दिया।
लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ ने बतौर मेजर जनरल असम राइफल्स की एक बटालियन को कमांड किया था। उन्होंने कहा कि अब इस पैरा मिलिट्री फोर्स ने महिलाओं को मौका दिया है। बता दें कि असम राइफल्स देश की सबसे पुरानी पैरा मिलिट्री फोर्स है।
Incredible! Indian Army Riflewomen deployed for the first time along Line of Control between India and Pakistan in Jammu & Kashmir. Proud to share this on Rakshabandhan! Here are the brave women soldiers protecting us all! Respect! pic.twitter.com/ZNUxJPQk4u
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 3, 2020
बता दें कि हाल ही में भारतीय सेना ने महिलाओं के लिए वैकेंसी भी जारी की है। जनरल ड्यूटी के पदों पर महिलाओं के लिए वैकेंसी जारी की गई है। कुल 99 पदों के लिए सेना ने वैकेंसी निकाली है। इसके लिए 10वीं तक की परीक्षा पास होने की एलिजिबिलिटी रखी गई है।
बता दें कि जुलाई 2019 में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन प्रदान करने के लिए औपचारिक आदेश जारी किया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 17 फरवरी को एक याचिका पर सुनवाई के बाद भारतीय सेना में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन व कमांड पोस्ट दिए जाने का आदेश दिया था और सरकार को इस फैसले पर अमल के लिए तीन माह का समय दिया था।