Saturday, April 27, 2024
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाकश्मीर में आम लोगों को मार रहे हैं 'हाइब्रिड टेररिस्ट', जानिए कैसे करते हैं...

कश्मीर में आम लोगों को मार रहे हैं ‘हाइब्रिड टेररिस्ट’, जानिए कैसे करते हैं काम: आतंकियों के सफाए के लिए अमित शाह ने भेजे एक्सपर्ट्स

हाइब्रिड आतंकियों को पार्ट टाइम आतंकी भी कहते हैं। ये आतंकी सामान्य लोगों की तरह जिंदगी जीते हैं। इशारा मिलने पर आम नागरिकों को छोटे हथियार से निशाना बनाते हैं और फिर अपनी सामान्य जिंदगी जीने लगते हैं।

जम्मू-कश्मीर में हाल के समय में आतंकियों द्वारा आम नागरिकों को निशाना बनाने के कई मामले सामने आए हैं। रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान की शह पर हाइब्रिड आतंकी (Hybrid Terrorists) इन हमलों को अंजाम दे रहे हैं। इधर शिक्षकों की हत्या के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आतंकियों के सफाए के लिए आतंकवाद विरोधी विशेषज्ञों की टीम कश्मीर भेजी है। यह टीम स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर काम करेगी।

आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स के ‘हाइब्रिड आतंकियों’ ने ही गुरुवार (7 अक्तूबर 2021) को श्रीनगर के ईदगाह इलाके के सरकारी स्कूल पर हमला कर एक हिन्दू और एक सिख शिक्षक की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक लम्बी बैठक कर अर्धसैनिक बलों से आतंकियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के लिए कहा। साथ ही तपन डेका की अगुवाई में एक्सपर्ट्स की एक टीम भी घाटी में भेजी गई है। हमलवारों के साथ साजिशकर्ताओं से भी निपटने का टास्क इस टीम को दिया गया है। 1988 बैच के IPS अफसर तपन डेका इस से पहले असम में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के विशेष डायरेक्टर की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

शीर्ष सरकार सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया है कि हालिया हत्याओं को हाइब्रिड आतंकियों ने अंजाम दिया है। इन्हें पार्ट टाइम आतंकी भी कहते हैं। ये आतंकी सामान्य लोगों की तरह जिंदगी जीते हैं। इशारा मिलने पर आम नागरिकों को छोटे हथियार से निशाना बनाते हैं और फिर अपनी सामान्य जिंदगी जीने लगते हैं। इसके कारण ये लंबे समय से एजेंसियों की नजर में आने से बचे रहते हैं। छोटे हथियारों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना और छिपाना भी आसान होता है।

हमले में प्रयुक्त पिस्टल जैसे छोटे हथियारों को लेकर सुरक्षा अधिकारियों को शक है कि उन्हें सीमा पार से पाकिस्तान ने ड्रोन से गिराया होगा। IG विजय कुमार ने कहा है कि आतंक के इस नए रूप को अभियान चला कर जल्द ही खत्म किया जाएगा। उनके अनुसार सुरक्षा बलों के कठोर एक्शन के बाद आतंकियों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और अब उन्होंने आम नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकते हैं कैदी, लेकिन नहीं डाल सकते वोट: आखिर ऐसा क्यों? जानिए क्या कहता है कानून

लोगों का कहना है कि जब जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकता है तो जेल में रहते हुए वोट क्यों नहीं डाल सकता है। इसको लेकर अपने-अपने नियम हैं।

आईपीएल 2024 : हाई स्कोरिंग मैचों पर हंगामा क्यों? एंटरटेनमेंट के लिए ही तो बना है शॉर्ट फॉर्मेट, इंग्लैंड का हंड्रेड पसंद, IPL में...

ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जेक फ्रेजर-मैक्गर्क इस मैच में 27 गेदों पर 84 रन बनाकर आठवें ओवर में ही आउट हो गए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe