IAF (भारतीय वायु सेना) के बालाकोट हवाई अड्डे पर पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के दौरान उड़ान नियंत्रक के रूप में काम करने वाली मिंटी अग्रवाल भारत की पहली महिला हैं जिन्हें युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। एयरस्ट्राइक को याद करते हुए मिंटी अग्रवाल ने बताया कि 26 फरवरी को उन्होंने आतंकी शिविरों पर एयर स्ट्राइक के मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था।
उन्होंने बताया कि उन्हें लग रहा था कि पाकिस्तान एयरस्ट्राइक का जवाब तुरंत देगा, जिसके लिए उनकी टीम पूरी तरह से तैयार थी। पाकिस्तान ने कई घंटों बीत जाने के बाद बम गिराने की नाकाम कोशिश की। इसके लिए LoC के पास पहले से ही लड़ाकू विमान तैनात कर दिए गए थे।
स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने कहा, “एफ-16 को विंग कमांडर अभिनंदन ने मार गिराया था। वह अचानक लड़ाई का वक्त थ। स्थिति बेहद फ्लेक्सिबल थी। वहाँ दुश्मन देश के कई विमान तैनात थे। हमारे विमान उनके हमलों का जवाब दे रहे थे। हर तरफ से पाकिस्तानी विमानों से हम अपनी रक्षा कर रहे थे।’’
#WATCH: Minty Agarwal, IAF Squadron leader says, “F16 was taken down by Wing Commander Abhinandan, that was a situation of intense battle. The situation was very flexible. There were multiple aircraft of enemy and our fighter aircraft were countering them all along the axis.” pic.twitter.com/n4s2p8h1EK
— ANI (@ANI) August 15, 2019
उन्होंने कहा,“26 फरवरी को हमने ग़ैर-सैन्य शिविरों में बालाकोट मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। हमें प्रतिशोध की उम्मीद थी, उसके लिए पहले से तैयार थे और उन्होंने मात्र 24 घंटे में जवाबी कार्रवाई की।”
Minty Agarwal,Sqn Ldr,IAF who operated as flight controller during Pakistan’s retaliation to IAF’s Balakot airstrike:On 26 Feb we successfully carried out Balakot mission over non-military camps.We were expecting retaliation,we were extra ready & they retaliated in just 24 hours. pic.twitter.com/9ZKEnCcum6
— ANI (@ANI) August 15, 2019
ग़ौरतलब है कि वायु सेना के विंग कमांडर वर्धमान अभिननंदन ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया था। उनकी इस वीरता में उनकी सहयोगी मिंटी अग्रवाल ने अहम भूमिका निभाई थी। उस समय वो वायु सेना के रडार कंट्रोल स्टेशन पर तैनात थीं। जब पाकिस्तान लड़ाकू विमानों ने उनके एयरबेस से उड़ान भरी और Pok के रास्ते भारतीय वायु सेना में प्रवेश करने के लिए आगे बढे, तभी उन्होंने श्रीनगर स्थित वायु सेना के एयरबेस को सूचित कर दिया, जहाँ विंग कमांडर अभिनंदन सहित कई भारतीय लड़ाकू विमान हाई अलर्ट पर थे।
स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल से सूचना मिलते ही अभिनंदन ने उड़ान भरी और अपनी वायु सीमा पर पहुँच गए। इस बीच, स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल अभिनंदन को हर पल पाकिस्तान जेट की स्थिति से लगातार अवगत कराती रहीं, जिससे वो इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा करने में सफल हुए।