लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। यहाँ हम सिलसिलेवार तरीके से आपको बता रहे हैं कि किन राज्यों में कब और कितने चरणों में होने चुनाव। इन 4 राज्यों में लोकसभा चुनाव के साथ ही होंगे विधानसभा चुनाव- सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, आंध्रा प्रदेश और ओडिसा।
इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे। 11 अप्रैल से लोकसभा चुनाव की शुरुआत होगी। 23 मई को चुनाव परिणाम आ जाएँगे।
- पहला फेज- 11 अप्रैल (20 राज्य, 91 सीट्स)
- दूसरा फेज- 18 अप्रैल (13 राज्य, 97 सीट्स)
- तीसरा फेज- 23 अप्रैल (14 राज्य, 115 सीट्स)
- चौथा फेज- 29 अप्रैल (9 राज्य, 71 सीट्स)
- पाँचवा फेज- 6 मई (7 राज्य, 51 सीट्स)
- छठा फेज- 12 मई (7 राज्य, 59 सीट्स)
- सातवाँ फेज- 19 मई (8 राज्य, 59 सीट्स)
बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सभी 7 चरणों में चुनाव होंगे। जम्मू-कश्मीर में 5 चरणों में चुनाव होंगे। झारखण्ड, मध्य प्रदेश, ओडिसा और महाराष्ट्र में 4 चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाएँगे। असम और छत्तीसगढ़ में 3 चरणों में चुनाव होंगे। वहीं कर्णाटक, राजस्थान, मणिपुर और त्रिपुरा में 2 चरणों में चुनाव आयोजित किए जाएँगे।
पहले चरण में आंध्र प्रदेश की 25, अरुणाचल प्रदेश की 2, असम की 5, बिहार की 4, छत्तीसगढ़ की 1, जम्मू-कमश्मीर की 2, महाराष्ट्र की 7, मणिपुर की 5, मेघालय की 2, नगालैंड की एक, ओडिशा की 1, सिक्किम की एक, तेलगांना की 17, त्रिपुरा की 1, उत्तर प्रदेश की 8, पश्चिम बंगाल बंगाल की 2, अंडमान की 1, लक्ष्यद्वीप की 1 सीट पर मतदान होगा।
दूसरे चरण में असम की 5, बिहार की 5, छत्तीसगढ़की 3, जम्मू-कश्मीरकी 2, कर्नाटककी 14, महाराष्ट्रकी 10, मणिपुरकी 1, ओडिशा की 5, तमिलनाडु की सभी 39, त्रिपुरा की 1, उत्तर प्रदेश की 8, पश्चिम बंगाल की 3 और पुदुचेरी की 1 सीटों के लिए 18 अप्रैल को वोट डाले जाएँगे।
तीसरे चरण में असम-4, बिहार-5, छत्तीसगढ़ की 7, गुजरात की 26, गोवाकी 2, जम्मू-कश्मीर की 1, कर्नाटककी 14, केरल की 20, महाराष्ट्र की 14, ओडिशा की 6, यूपीकी 10, पश्चिम बंगाल की 5, दादरा ऐंड नागर हवेलीकी 1और दमन दीवकी 1 सीटों पर 23 अप्रैल को वोट डाले जाएँगे।
चौथे चरण में बिहार की 5, जम्मू-कश्मीर की 1, झारखंड की 3, मध्यप्रदेश की 6, महाराष्ट्र की 17, ओडिशा की 6, राजस्थान की 13, उत्तर प्रदेश की 13 और पश्चिम बंगाल की 8 सीटों पर मतदान होंगे।
पाँचवे चरण में बिहार की 5, जम्मू कश्मीर की 2, झारखंड की 4, मध्यप्रदेश की 7, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की 14 और पश्चिम बंगाल की 7 सीटों के लिए मतदान होंगे।
छठे चरण में बिहार की 8, हरियाणा की 10, झारखंड की 4, मध्यप्रदेश की 8, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की 8 व दिल्ली की 7 सीटों के लिए चुनाव होंगे।
सातवें चरण में बिहार की 8, झारखंड की 3, मध्यप्रदेश की 8, पंजाब की 13, चंडीगढ़ की 1, पश्चिम बंगाल की 9, हिमाचल की 4 और उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान होंगे।
क्या कहा मुख्य चुनाव आयुक्त ने? महत्वपूर्ण बातें
जैसा कि चुनाव आयोग ने ऐलान किया था, आज आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ऐलान किया। विज्ञान भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरोड़ा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं। अरोड़ा ने कहा कि तारीखों के सम्बन्ध में निर्णय लेने से पहले हर एक सम्बंधित विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों से विचार-विमर्श किया गया। इसके लिए सीबीएसई परीक्षाओं सहित अन्य धार्मिक त्यौहारों का भी ध्यान रखा गया। किसानों की फसल कटने, मौसम व अन्य कृषि सम्बंधित चीजों का भी ध्यान रखा गया ताकि चुनाव सही से संपन्न हो सके और उसमे ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। अरोड़ा ने बताया कि विभिन्न राज्यों के अधिकारियों, राजनीतिक दलों और सुरक्षा एजेंसियों से बातचीत के बात चुनाव कार्यक्रम तैयार किया गया।
चुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव के मद्देनजर सभी राज्यों के सचिवों की राय ली गई। इसके अलावा उन्होंने गृह मंत्रालय और रेलवे के साथ भी बैठक की। उन्होंने कहा कि चुनाव में होने वाले ख़र्च पर आयोग की विशेष निगरानी रहेगी। इसके अलावा आयोग की टीम ने कई राज्यों का भी दौरा किया। आँकड़ों की बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार के चुनाव में 90 करोड़ वोटर्स होंगे जबकि पिछली बार 81.45 करोड़ वोटर्स थे। इस वर्ष 10 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में इनकी संख्या 9 लाख थी। सभी पोलिंग बूथ पर VVPAT के प्रयोग किए जाएँगे।
सुनील अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि 2019 के चुनाव में लगभग 10 लाख बूथ बनाए जाएंगे। यहां शेड, पीने का पानी और टॉयलेट का इंतजाम होगा। उन्होंने कहा कि डेढ़ करोड़ नए वोटर इस बात पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए एक समग्र योजना बनाने की कोशिश की. भारत इन मतदानों के जरिये दुनिया के लिए प्रकाश पुंज की तरह उभरा है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बार EVM में उम्मीदवारों की फोटो भी होगी।ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए जाएँगे। 3 जून तक चुनाव की प्रक्रिया ख़त्म कर ली जाएगी। इसके साथ ही देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी।
सुरक्षा इंतजामों के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि संवेदनशील इलाक़ों में चुनाव के लिए CRPF की तैनाती की जाएगी। रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर पर प्रतिबन्ध रहेगा। सभी उम्मीदवारों को शपथपत्र देना होगा और साथ ही आपराधिक रिकॉर्ड की भी जानकारी देनी होगी। मतदाताओं की मदद के लिए वोटर असिस्टेंट बूथ हर मतदान केंद्र पर स्थापित किए जाएँगे। रात 10 बजे के बाद चुनाव प्रचार नहीं किए जा सकेंगे। इस बार नौकरीपेशा वोटरों की संख्या 1.60 करोड़ है। चुनाव आयोग का हेल्पलाइन नंबर 1950 है। इस नंबर पर कॉल कर के आप कोई भी सम्बंधित जानकारी ले सकते हैं।
सभी पोलिंग स्टेशन पर CCTV कैमरे लगाए जाएंगे और चुनाव प्रक्रिया की विडियोग्राफी की जाएगी। अगर किसी भी प्रकार की शिकायत आती है तो 100 घंटे के अंदर निबटारा किया जाएगा। इसके लिए मोबाइल ऐप भी बनाया गया है। उन्होंने बड़ी बात कहते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टियों व उम्मीदवारों को सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी देनी ज़रूरी होगी। यानी कि आचार संहिता सोशल मीडिया के लिए भी लागू रहेगी। फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब ने आश्वस्त किया है कि वे चुनाव प्रत्याशियों के विज्ञापनों को पारदर्शी बनायेंगे।