पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ममता बनर्जी को एक और तगड़ा झटका लगा। ममता की करीबी विधायक देबश्री रॉय ने तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) से इस्तीफा दे दिया है। दक्षिण 24 परगना के रायदीघी से विधायक देबश्री ने पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बक्शी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
West Bengal: Trinamool Congress MLA Debasree Roy resigns from the party. pic.twitter.com/eSZ0agphra
— ANI (@ANI) March 15, 2021
एक्ट्रेस से नेता बनीं देबश्री रॉय रायदीघी विधानसभा सीट से लगातार दो बार विधायक रहीं है। देबश्री रॉय ने विगत कई वर्षों से उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं रहा है। अब वह पार्टी से पूरी तरह से संबंध तोड़ रही हैं।
उन्होंने कहा, “आज से मैं टीएमसी के साथ अपने सभी संबंधों को तोड़ रही हूँ। चूँकि मैं पार्टी में किसी पद पर नहीं हूँ, इसलिए मुझे इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। पिछले 10 वर्षों से मैं रायदीघीह से विधायक थी और मैं चाहती हूँ कि आप मुझे मेरे सभी कर्तव्यों से मुक्त कर दें। मैं लोगों के लिए लंबे समय तक काम करने देने के लिए पार्टी की आभारी हूँ।”
देबश्री रॉय ने कहा है कि अब वह तृणमूल में नहीं रहना चाहतीं, क्योंकि पार्टी में उन्हें काफी अपमान सहना पड़ा है। बहुत परेशानी हुई है। खासकर टोटो से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में। उनका कहना है कि पार्टी के ही एक वर्ग ने इसको लेकर उन्हें निशाना बनाया है। देबश्री का कहना है कि आम लोगों ने उन्हें बहुत प्यार दिया, लेकिन तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने उनको अपमानित किया।
तृणमूल कॉन्ग्रेस में की शुरुआत बीते दिसंबर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद करीबी रहे पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी के इस्तीफे से हुई थी। बीते दिनों राज्यसभा सांसद और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। दिनेश त्रिवेदी ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा था कि राज्य में हिंसा का माहौल है, जिससे उनका दम घुट रहा है। उन्होंने ये भी कहा था कि पार्टी में बोलने के लिए कोई मंच नहीं है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजीव बनर्जी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटे बाद तृणमूल कॉन्ग्रेस पार्टी (टीएमसी) से भी त्यागपत्र दे दिया था।