जब से नरेंद्र मोदी सत्ता में आए हैं, तब से बहुत सारे पत्रकारों ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। वहीं अधिकतर जानकारों का मानना है कि अब निष्पक्ष पत्रकार जैसी कोई बात नहीं है। इन जानकारों में से अधिकांश की अपनी विचारधारा है और कई ऐसे हैं, जो सक्रिय रूप से एक खास राजनीतिक एजेंडा को फैलाने के लिए काम करते हैं।
वैसे जब बात ‘कार्यकर्ताओं’ या ‘कलाकारों’ की आती है तो ये बात उतनी सटीक नहीं बैठती है। ये कलाकार दिखावा करते हैं कि वो सत्य की खोज में जुटे हैं। कार्टूनिस्ट भी खुद को कलाकार मानते हैं और उन्हें पत्रकार के लगभग बराबर ही माना जाता है। और वो भी पक्षपातपूर्ण रवैये से भरे होते हैं। कई सारे ट्विटर यूजर्स भी इस तरफ इशारा करते हैं।
इन्हीं ट्विटर यूजर्स में से एक है- टीपूडा। इनका यूजरनेम है- @PR1CELES5। टीपूडा ने कई सारे कार्टून्स को सही (राजनीतिक रूप से) किया है, खासकर सतीश आचार्य द्वारा बनाए गए कार्टून्स का। उन्होंने इन कार्टून्स को सही करते हुए बताया है कि कैसे ये ओरिजिनल कार्टून्स पक्षपाती हैं और सिर्फ एक ही पक्ष को दिखाते हैं।
टीपूडा का असली नाम अमोल है। वो प्रोफेशनल कार्टूनिस्ट नहीं है, लेकिन कार्टून के माध्यम से चीजों का खंडन करने के लिए वो काफी पॉपुलर है। अमोल ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने ये सब कार्टून मजे के लिए बनाए थे, लेकिन साथ ही वो एक मैसेज भी देना चाहते थे। उन्होंने कहा कि समय मिलने पर वो और भी कार्टून बनाएँगे।
यहाँ पर हम ओरिजिनल कार्टून और अमोल द्वारा ‘सही’ किए कार्टून दोनों को ही दिखाएँगे। पढ़कर आप खुद ही समझ जाएँगे कि कैसे किसी भ्रमित विचारधारा के बोझ तले दब कर कोई कार्टूनिस्ट सही चीज के बजाय प्रोपेगेंडा फैला रहा होता है।
कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर ‘मंसूर’ नाम के कार्टूनिस्ट का एक काटून शेयर करते हैं, जिसमें नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) दोनों को मिक्स कर दिया गया है। जिसके बाद अमोल ने इसे सही करते हुए एक कार्टून बनाया। इसमें अमित शाह एक शख्स से पूछ रहे हैं कि सब कुछ विस्तार से समझाने के बावजूद तुम विरोध क्यों कर रहे हो तो वो कहता है – मुझे खुद नहीं पता। और इसमें पीछे से शशि थरूर को बोलते हुए दिखाया गया है कि वो पता भी नहीं चलने देंगे। यानी कि वो विरोध इसलिए कर रहा है क्योंकि शशि थरूर उसे करने के लिए कह रहे हैं।
अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने के लिए आम जनता को बहकाना बंद करो। #NRC #CAAJanJagaran https://t.co/7WODYHvFsG pic.twitter.com/2RM5skUOZH
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) December 28, 2019
अमोल ने इसके बाद सतीश आचार्य के द्वारा बनाए गए किसी कार्टून को सही किया। सतीश आचार्य ने कार्टून में दिखाया कि भीड़ ‘गोली मारो सालो को’ चिल्ला रही है और पुलिस देख रही है।
Aapko bahot der baad yaad aarahi hai police ki? #JNUAttacks https://t.co/l0ZMNx69MP pic.twitter.com/B2ecyW1GLE
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 6, 2020
अमोल ने इसे सही करते हुए दिखाया कि कैसे सतीश आचार्य उस समय चुप रहते हैं जब CAA के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसक भीड़ गुजरात पुलिस को मार रही होती है। वो उस समय अपनी आर्ट का परिचय नहीं देते हैं।
Try as much as you want but the truth is #Tanhaji has won both the box office and the public’s heart. https://t.co/qqVVIY1nqL pic.twitter.com/vcO1gRp5Pt
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 18, 2020
आचार्य ने एक अन्य ट्वीट में बॉलीवुड फिल्म तान्हाजी और छपाक के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन को दिखाया। इसमें दिखाया गया कि तान्हाजी की कमाई हुई तो छपाक ने लोगों का दिल जीता। अमोल ने इसे सही करते हुए दिखाया कि तान्हाजी ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाने के साथ ही लोगों का दिल भी जीता।
The truth is that Marxists can’t digest the fact that India rejects their leftist ideology and hence they are trying hard to undermine India’s democracy. https://t.co/GuARkEhqeL pic.twitter.com/6zpU3hUnN4
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 27, 2020
अगला कार्टून आचार्य ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह की फोटो सामने आने के बाद बनाया, जिसमें उन्होंने दिखाने की कोशिश की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद लोकतंत्र खतरे में है।
Baat nikli hai to dur talak jayegi. #Sharjeel_Imam https://t.co/RKcE2H5F11 pic.twitter.com/paRH4JWTDn
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 31, 2020
महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि के अगले दिन सतीश आचार्य ने महात्मा गाँधी और नाथूराम गोडसे की तस्वीर बनाई। इसमें गाँधी जी को यह कहते हुए दिखाया गया है कि वो (हत्यारे) मुझे नहीं मार सकते और गोडसे कहता है, वो मुझे फाँसी नहीं दे सकते। अमोल ने कार्टून को सही करते हुए सरदार पटेल और जवाहर लाल नेहरू को दिखाया है। इसमें उन्होंने शाहीन बाग में जिन्ना वाली आजादी के नारे की तरफ इशारा किया, जिसका मास्टरमाइंड असम को भारत से काटने की धमकी देने वाला शरजील इमाम है।
Aap shayad bhool gaye ho par hum nahi bhoole, aur hum sabhi deshvasio ko bhi ye har bar yaad dilate rahenge. #DelhiElections #DelhiWithBJP https://t.co/0OpTjez2r0 pic.twitter.com/sXOW0kvrWG
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 23, 2020
अगले कार्टून में आचार्य ने ये दिखाने की कोशिश की कि दिल्ली का चुनाव बीजेपी केजरीवाल Vs पाकिस्तान के दम पर लड़ना चाहती है। हालाँकि अमोल ने अपने कार्टून में इस बात की तरफ इशारा किया कि पाकिस्तान में हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद केजरीवाल समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों ने उस पर सवाल उठाए और सबूत भी माँगे थे।
A minor correction#JNUattack https://t.co/kgkYbKcodQ pic.twitter.com/x8m3Px8Di7
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 7, 2020
सतीश आचार्य ने अपने एक अन्य कार्टून का आधार बनाया – दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (JNU) में हुई हिंसा। इसमें उन्होंने दिखाया कि हमलावर पीएम मोदी के समर्थक थे, जबकि सच्चाई यह है कि हमलावर वामपंथी थे।
Baate to kahi muddo pe karte hai Modiji par aapko sunai sirf Pakistan hi deta hai. https://t.co/PZQv6g6nH7 pic.twitter.com/yht1MVODZ2
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 29, 2020
एक अन्य कार्टून में आचार्य ने दिखाया कि पीएम मोदी पाकिस्तान पर हमला करने की बात कह रहे हैं, जबकि अर्थव्यवस्था, मंदी, बेरोजगारी सब पीछे से उन पर हमला कर रही है। अमोल ने अपने कार्टून में दिखाया कि पीएम मोदी इन सबसे निपटारे के लिए नए स्कीम लेकर आए हैं, लेकिन आचार्य ये नहीं दिखाएँगे।
Wo Gopal Gopal chillayenge tum #SharjeelImam pe ade rehna. https://t.co/LeMPokWFFZ pic.twitter.com/5S4nDQDGom
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) February 1, 2020
सतीश आचार्य ने अगले एक कार्टून में दिखाया कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पुलिस की ड्रेस में हैं और गुलशन (बदला हुआ नाम) ने नोटबंदी और जीएसटी के नाम पर गोली चलाई। बता दें कि गुलशन ने जामिया के पास फायरिंग की थी। वहीं अमोल ने कार्टून में दिखाया कि पीएम मोदी और अमित शाह देश तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
Thoda uncha bolo, sunai nahi de raha! ? https://t.co/ao2Snj7n73 pic.twitter.com/ejdWnhLDi1
— टीपूडा -4° (@PR1CELES5) January 30, 2020
कार्टूनिस्ट आचार्य ने ‘कॉमेडियन’ कुणाल कामरा के इंडिगो फ्लाइट द्वारा बैन लगाए जाने के बाद एक कार्टून बनाया। जिसमें दिखाया कि सरकार एयर इंडिया का मजाक बना रही है, जबकि अमोल ने अपने कार्टून में इसे सही करते हुए दिखाया कि एयर इंडिया ने वामपंथी कामरा का मजाक बनाया है।