Sunday, September 1, 2024
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कमला नेहरू की पुण्यतिथि पर कॉन्ग्रेस ने मनाई जयंती, पुराना ट्वीट कॉपी-पेस्ट: लोगों ने कहा – ‘सुबह-सुबह फूँक लिए’

अरविंद नाम के ट्विटर यूजर ने डाँटते हुए पूछा, "क्या सुबह-सुबह फूँक लिए हो, जो डेथ एनिवर्सरी को बर्थ एनिवर्सरी कह रहे हो? हद है यार! लगता है मानसिक संतुलन भी खो दिए।"

कॉन्ग्रेस पार्टी को अब अपने नेताओं की जयंती और पुण्यतिथि को लेकर भी संशय होने लगा है। इसका ताज़ा उदाहरण रविवार (फरवरी 28, 2021) को तब देखने को मिला, जब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू की पुण्यतिथि पर पार्टी ने जयंती मना ली। ऐसा ‘भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस (INC)’ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से हुआ। इसके बाद सोशल मीडिया पर पार्टी की जम कर किरकिरी हुई।

दरअसल, आज कमला नेहरू की पुण्यतिथि है। अगस्त 1, 1899 को जन्मीं कमला नेहरू का निधन फरवरी 28, 1936 को मात्र 37 वर्ष की आयु में ही हो गया था। मात्र 16 वर्ष की उम्र में ही जवाहरलाल के साथ उनका बाल-विवाह हो गया था। इसके बाद नेहरू हिमालय की यात्रा पर निकल गए थे। खुद अपनी आत्मकथा में जवाहरलाल नेहरू ने स्वीकार किया है कि उन्होंने अपनी पत्नी को लगभग नज़रअंदाज़ किया।

अब ‘INC India’ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने सुबह 8:15 में लिखा, “हम कमला नेहरू को उनकी जयंती पर याद करते हैं। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बड़ी भूमिका निभाई और असहयोग आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सरकार ने उन्हें कई बार गिरफ्तार किया। वो कॉन्ग्रेस डिस्पेंसरी की संचालिका भी थीं, जिसे बाद में कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया।” जैसा कि आप देख सकते हैं, पार्टी ने ‘पुण्यतिथि’ के मौके पर ‘जयंती’ मनाई।

ऐसी गलती तब हुई, जब इसी ट्वीट के साथ शेयर की गई कमला नेहरू की तस्वीर के साथ स्पष्ट लिखा था कि कब उनका जन्म हुआ और कब उनका निधन हुआ। इस हिसाब से तस्वीर के उलट ट्वीट करने के कारण लोगों ने पार्टी को लताड़ लगाई। अरविंद नाम के ट्विटर यूजर ने डाँटते हुए पूछा, “क्या सुबह-सुबह फूँक लिए हो, जो डेथ एनिवर्सरी को बर्थ एनिवर्सरी कह रहे हो? हद है यार! लगता है मानसिक संतुलन भी खो दिए।”

अब आपको बताते हैं कि कॉन्ग्रेस ने ये गलती क्यों की। इस गलती को करने के लिए पार्टी ने एक और गलती की थी। उसने अगस्त 1, 2019 को की गई अपनी ट्वीट को हूबहू चेंप दिया और इस तरह से जयंती वाला ट्वीट पुण्यतिथि के मौके पर कट-कॉपी-पेस्ट कर दिया गया। बस दोनों ट्वीट्स में तस्वीरें अलग हैं। हालाँकि, पार्टी ने कुछ ही देर बाद इस ट्वीट को डिलीट कर के फिर से ‘बर्थ’ को ‘डेथ’ लिख कर पोस्ट किया।

कमला नेहरू ने 1921 में असहयोग आंदोलन के मौके पर प्रयागराज (तब इलाहबाद) में महिलाओं का समूह तैयार किया था और शराब व विदेशी वस्तुएँ बेचने वाले दुकानों के समक्ष वो धरना देती थीं। जिस डिस्पेंसरी की बात कॉन्ग्रेस पार्टी ने की है, उसकी स्थापना स्वराज भवन में हुई थी। सरोजिनी नायडू और सास के साथ कमला नेहरू को भी अंग्रेजों ने गिरफ्तार किया था। जयप्रकाश नारायण की पत्नी प्रभावती देवी उनकी मित्र थीं।

वैसे, कॉन्ग्रेस के लिए ट्विटर पर इस तरह की गलतियाँ आम बात हैं। दिसंबर 8, 2020 को किसानों के नाम पर आयोजित आयोजित ‘भारत बंद’ के दौरान  कॉन्ग्रेस पार्टी ने ट्विटर पर ‘भारत किसानों के साथ है, मोदी अंबानी के साथ हैं’ टैगलाइन के साथ देश का गलत नक्शा शेयर करते हुए उसमें कश्मीर-लदाख को पाकिस्तान-चीन के हिस्से में दिखा दिया था। इसी तरह का कारनामा कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर भी कर चुके हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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