ट्विटर पर अक्सर बीजेपी विरोधी पोस्ट और फेक न्यूज़ शेयर करने वाले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के कॉन्ग्रेस नेता सलमान निज़ामी ने दावा किया है कि कैपिटल हिल विरोध-प्रदर्शन के दौरान भारतीय तिरंगा लहराने वाला व्यक्ति मोदी समर्थक है, जो लोकतंत्र की हत्या करने के लिए ट्रम्प समर्थकों के साथ कंधे से कंधा मिला कर प्रदर्शन में शामिल था।
निजामी ने यह भी दावा किया कि पीएम मोदी ने ‘अब की बार ट्रम्प सरकार’ का नारा बुलंद किया था और दूसरे देश के प्रमुख के लिए प्रचार किया था। बता दें कॉन्ग्रेसी नेता के दोनों दावे झूठे हैं। विन्सेन्ट ज़ेवियर नाम के जिस व्यक्ति ने झंडा लहराया था, वह केरल का एक इंजीनियर है जो अमेरिका में रहता है। वह रिपब्लिकन पार्टी का एक सदस्य है और कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर का समर्थक भी। वहीं पीएम मोदी ने ट्रंप के समर्थन में ‘अबकी बार ट्रम्प सरकार’ का नारा दिया था, यह दावा भी फर्जी और निराधार है।
फेक न्यूज़ फैलाने वाले कॉन्ग्रेस नेता को आड़े हाथों लेते हुए ट्विटर यूजर ने निज़ामी द्वारा ट्वीट किए गए कई पुराने ट्वीट्स को ढूँढ निकाला, जिसमें उसने महिलाओं को लेकर बेहद ही भद्दी, कामुक और अशोभनीय टिप्पणी की है। निज़ामी ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले हिंसक अपराधों के बारे में विचित्र अटकलें लगाते हुए कहा है कि महिलाएँ स्वयं ही अपने साथ हो रहे अपराधों के लिए जिम्मेदार हैं।
Look at the thoughts of so called high profiled Congressi @SalmanNizami_ I think disrespecting women is in their political DNA. Many examples in Congi like Tharoor, Digvijay, MP Congi minsiter calling a lady ITEM. And look at the audacity of this piddi he is asking to agree! pic.twitter.com/pmP2zjpD28
— Atul Amist (@atulamist7) January 8, 2021
निज़ामी ने साल 2013 में किए गए एक ट्वीट में दावा किया कि ‘केवल आकर्षक महिलाओं का बलात्कार होता है।’
इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में निजामी ने दावा किया कि महिलाएँ अपनी बाहरी रूप-रंग से यौन उत्पीड़न के लिए मर्दों को उकसाती हैं। यौन आकर्षण प्राथमिक कारण है कि एक बलात्कारी किसी पीड़िता का चयन करता है।
सिर्फ महिलाओं का आकर्षण ही नहीं, निजामी ने महिलाओं को स्वयं के बलात्कार के लिए भी दोषी ठहराया है। निज़ामी के अनुसार, जो महिलाएँ ‘उत्तेजक’ कपड़े पहनती हैं, वे खुद ही अपने लिए परेशानी खड़ी करती हैं।
जैसे ही आज सोशल मीडिया पर पुराने ट्वीट्स तेजी से शेयर होने लग गए, निजामी ने तुरंत उन्हें डिलीट कर दिया है और उन लोगों को ब्लॉक कर दिया, जो उनसे ऐसे घटिया ट्वीट के पीछे के मकसद के बारे में पूछ रहे थे।
दिलचस्प बात यह है कि सलमान ने अपने आपत्तिजनक ट्वीट्स के लिए एक बहुत ही घटिया सी सफाई लोगों के सामने पेश की। उन्होंने कहा कि 2013 के ट्वीट अन्य राजनेताओं के जवाब में थे और उस समय वह “पत्रकार” थे। सलमान को लगता है कि पत्रकार होने के नाते यकीनन लोगों को बकवास बातें करने की छूट मिल जाती है।
गौरतलब है कि निजामी को कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी का बेहद करीबी माना जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2014 में उन्हें राहुल के इशारे पर जम्मू और कश्मीर प्रदेश कॉन्ग्रेस समिति के संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
निज़ामी एक फेक न्यूज़ पेडलर के रूप में भी जाना जाता है जो मोदी सरकार के खिलाफ अक्सर फेक न्यूज़ फैलाता रहता है। निज़ामी ने पहले भी कई बार भारत विरोधी और अलगाववादी ट्वीट भी शेयर किए हैं। इसके अलावा उसने आतंकवादी अफ़ज़ल गुरु का खुलेआम समर्थन किया था।