सोशल मीडिया पर गुरुवार (27 मई) को मीनू हांडा का एक पोस्ट वायरल होता रहा। इस पोस्ट में हांडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक आपत्तिजनक ग्राफिक शेयर किया था। हांडा गूगल में कॉरपोरेट कम्युनिकेशन की डायरेक्टर बताई जा रही है।
Dear @GoogleIndia, is Meenu Handa your Employee? pic.twitter.com/iprfl3XjHh
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) May 27, 2021
Dear @GoogleIndia & @Google is Meenu Handa your Employee? pic.twitter.com/CQIcdND0H3
— Ramesh Vaghani (@RameshVaghani) May 27, 2021
Meenu Handa is a Corporate Communications Director at Google. Google Does communication on this level! @GoogleIndia pic.twitter.com/l12SIcPQsg
— Modi Bharosa (@ModiBharosa) May 27, 2021
यह पोस्ट सबसे पहले एलेन शॉ नाम के एक यूजर ने शेयर किया था। उसने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए जारी नई गाइडलाइंस पर पीएम मोदी को निशाने पर लिया। शॉ ने लिखा, “डियर गवर्नमेंट, प्लीज एक पब्लिक टॉयलेट को अपने सिंहासन के साथ कन्फ्यूज मत करो।“
पोस्ट के वायरल होने के बाद मीनू हांडा ने अपना ट्विटर अकाउंट लॉक कर दिया। हालाँकि हांडा के सोशल मीडिया प्रोफाइल को जाँचने के बाद कई ऐसे पोस्ट मिले जिसमें पीएम मोदी और वर्तमान केंद्र सरकार के लिए आलोचना और घृणा ही दिखाई दी। इसके अलावा हांडा ने फेक न्यूज फैलाने वाले प्रशांत भूषण और कुणाल कामरा, लिबरल पत्रकार शेखर गुप्ता और कॉन्ग्रेस के नेताओं श्रीवत्स वाईबी और गौरव पाँधी जैसे लोगों के ट्वीट, रीट्वीट किए हैं।
हाल ही में हांडा ने राणा आयूब की एक पोस्ट को रीट्वीट किया जिसमें उमर खालिद का लिखा हुआ लेख था। खालिद फरवरी 2020 में हुए दिल्ली में हिन्दू विरोधी दंगों के आरोप में जेल में है। राणा आयूब, पीएम मोदी के खिलाफ लगातार प्रोपेगेंडा चलाने के लिए जानी जाती है।
बड़ी कंपनियों के उच्च अधिकारियों का राजनैतिक द्वेष
यह पहली बार नहीं है जब किसी कंपनी के किसी बड़े अधिकारी ने अपने राजनैतिक द्वेष का प्रदर्शन किया हो। 2018 में ट्विटर इंडिया की पॉलिसी हेड महिमा कौल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किए थे। जून 2020 में फेसबुक ने सिद्धार्थ मजूमदार को पॉलिसी हेड के तौर पर नियुक्त किया। मजूमदार का ट्विटर अकाउंट पीएम मोदी के लिए घृणा वाले पोस्ट से भरा हुआ था। इसके अलावा मजूमदार ने केन्द्रीय मंत्रियों की पोस्ट पर भी अस्वीकार्य भाषा में कमेन्ट किए थे।
अगस्त 2020 में यह सामने आया था कि फेसबुक की कर्मचारी विजया मूर्ति मोदी विरोधी और कॉन्ग्रेस पार्टी की एक समर्पित फॉलोवर हैं। मूर्ति की लिंक्डइन प्रोफाइल में पोस्ट के तौर पर फेसबुक इंडिया में पॉलिसी मैनेजर लिखा हुआ था। इसके अलावा फेसबुक इंडिया के पूर्व पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अँखी दास, जिन्हें विपक्ष ने भाजपा का एजेंट कहा था, टीएमसी की ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी के लिए अपना खुला समर्थन जाहिर कर चुके हैं।