क्रिकेट कमेंट्री जगत में जाने माने नाम हर्षा भोगले को उनके एक ट्वीट के कारण सोशल मीडिया पर संघी बताया जा रहा है। उनकी ट्रोलिंग के पीछे कारण बस ये है कि उन्होंने कोरोना वायरस को चाइनीज वायरस कह दिया। इंगलैंड क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों के संक्रमित होने पर उन्होंने अपनी टिप्पणी की।
हालाँकि, इस बात में कोई संदेह नहीं है कि वायरस का जन्म चीन में ही हुआ, लेकिन फिर भी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और चीन के समर्थक इससे चीन का नाम जुड़ते ही आपत्ति जताते हैं।
ऐसे में मंगलवार (6 जुलाई, 2021) को जब हर्षा भोगले ने अपना ट्वीट किया तो कुछ लोगों ने उन्हें संघी कहा जबकि सच ये है कि पहली बार ये शब्द अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्तेमाल किया था।
एक यूजर ने उन्हें ‘संघी भक्त’ कहा और उनकी टिप्पणी देखकर अपनी निराशा जताई।
It’s okay to refer COVID19 as Chinese virus but it’s offensive to say ‘Indian variant’.
— Imran Sekh (@isekh23) July 6, 2021
Keep your mid-life crisis apart and
Grow up @bhogleharsha https://t.co/kMmc9hwO6P
कुछ लोगों ने बेहद नरमी से भोगले से अपील की कि वह कोरोना वायरस के लिए चीनी वायरस शब्द का प्रयोग न करें।
One doesn’t expect something like this from such a respected voice. Most of the world calls it Covid-19 / Corona, why bring in a country. Sorry, but @bhogleharsha you sound like Donald Trump. https://t.co/SQ8P4NlXt5
— Harshal 🏏 (@Harshal_de) July 6, 2021
उनके ट्वीट के नीचे कमेंट देखकर पता चलता है कि कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहने से कई लोग उनसे न केवल नाराज हैं बल्कि उनकी तुलना डोनाल्ड ट्रंप से कर रहे हैं। साथ ही जीनोफोबिक होने से बचने की सलाह दे रहे हैं।
Bhogle you are better than this, don’t be xenophobic https://t.co/kqtPqIriy7
— ع۔م (@indusperson) July 6, 2021
इस बीच बहुत सारे लोग ऐसे भी है जो वायरस का सही नाम लिखने पर उनकी सराहना कर रहे हैं और ये भी कह रहे हैं कि लोगों की टिप्पणियों से तंग आकर वह अपना ट्वीट डिलीट न करें।
वहीं स्वयं कमेंटेटर हर्षा भोगले ने भी अपने ट्वीट पर होते विरोध को देखकर ट्रोल करने वालों को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मैंने दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट, ब्राजील वैरिएंट और भारतीय वैरिएंट के इस्तेमाल पर ध्यान दिया। मुझे लगा ये एक आम बात है कि हम किसी चीज का उल्लेख उसके मूल देश के नाम से कर सकते हैं।”
It doesn’t look like it is going anywhere. The Chinese virus has now infiltrated the England cricket team. The bubbles will get more stringent. I guess there is no other option
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) July 6, 2021
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर बहुत डिबेट हुए है। अंतत: कई लोगों द्वारा यह माना गया कि वायरस वुहान लैब से निकला जहाँ उसे वैज्ञानिकों ने बनाया था। जाहिर सी बात है ऐसे घातक संक्रमण की उतपत्ति पर चीन अपना नाम क्यों लेगा। इसलिए उसने उन लोगों को नस्लवादी बता दिया जिन्होंने कोरोना वायरस से उसका लिंक किया।