Saturday, November 16, 2024
Homeसोशल ट्रेंडअघोरी बाबाओं और ब्रह्म कुमारियों को खौफ पैदा करने वाला संगठन बताने पर HBO...

अघोरी बाबाओं और ब्रह्म कुमारियों को खौफ पैदा करने वाला संगठन बताने पर HBO इंडिया ने माँगी माफ़ी: ट्वीट डिलीट

एचबीओ इंडिया द्वारा किए गए इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। वहीं जिस 'डॉक्टर स्लीप' फ़िल्म के लिए यह पोस्ट किया गया था उसका भारत या हिंदू धर्म से कोई लेना-देना भी नहीं है। कई यूज़र्स ने यह भी उल्लेख किया कि पोस्ट हिंदू धर्म को बदनाम करने का एक प्रयास है।

होम बॉक्स ऑफिस (HBO) इंडिया ने गुरुवार (29 अक्टूबर,2020) को अपने एक ट्वीट में ख़ौफ़ पैदा करने वाले भारतीय परंपराओं में अघोरी बाबाओं और ब्रह्म कुमारियों को गलत तरीके से संदर्भित करने के लिए माफी माँगी है। लोगों के विरोध को झेलने के बाद एचबीओ ने उस पोस्ट को डिलीट भी कर दिया है।

डिलीट किए गए पोस्ट में एचबीओ इंडिया ने ट्वीट किया था, “अघोरी बाबाओं से लेकर ब्रह्म कुमारियों तक, कौन सी ऐसी भारतीय परंपराएँ है जो आपको भीतर तक हिला सकती हैं, खौफ पैदा कर सकती हैं?”

HBO India का डिलीट किया अपना पोस्ट

बता दे एचबीओ इंडिया का पोस्ट चैनल पर 2019 की फिल्म डॉक्टर स्लीप के आगामी प्रीमियर के प्रचार के लिए थी।

एचबीओ इंडिया द्वारा किए गए इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। वहीं जिस ‘डॉक्टर स्लीप’ फ़िल्म के लिए यह पोस्ट किया गया था उसका भारत या हिंदू धर्म से कोई लेना-देना भी नहीं है। कई यूज़र्स ने यह भी उल्लेख किया कि पोस्ट हिंदू धर्म को बदनाम करने का एक प्रयास है।

वहीं इस पोस्ट पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक ट्वीट करते हुए चैनल से पूछा कि क्या फ्रांस में सरेआम गला काटने वाली घटना के बाद भी आपको संदेह है, “कौन सा पंथ आपको भीतर तक हिला सकता हैं या खौफ पैदा कर सकता हैं?” उन्होंने आगे कहा कि, क्या चैनल को खौफ है ‘जिहादियों’ का नाम सरेआम लेने से।

वहीं कई लोगों ने यह भी कहा कैसे कुछ धर्मों में, ‘ईश निन्दा’ की वजह से लोगों का सर कलम कर दिया जाता है।

गौरतलब है कि इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों के साथ हाल ही में एक बातचीत में पता चला था कि ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म कैसे हिंदोफोबिक सोशल मीडिया पोस्ट और कंटेंट के जरिए हिंदुओ को बदनाम करने और नफरत फैलाने का काम करते है। अल्ट बालाजी, नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन प्राइम, एमएक्स प्लेयर और अन्य प्लेटफार्म के जरिए स्ट्रीम किए गए पाताल लोक, आश्रम, आदि वेब सीरीज को अपने हिंदूफोबिक कंटेंट के लिए काफी विरोध का सामना करना पड़ा था।

पिछले महीने नेटफ्लिक्स ने ‘रवींद्रनाथ टैगोर की क्लासिक’ ‘काबुलीवाला‘ को’ धर्मनिरपेक्षता’ के प्रयास में एक हिंदू लड़की को नमाज़ अदा करते हुए दिखाया गया था। वहीं सफदर रहमान की सीरीज ‘छीपा’ में हिंदू देवता भगवान हनुमान का मजाक उड़ाने के लिए नेटीज़न्स ने नेटफ्लिक्स को जमकर लताड़ा था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘पिता का सिर तेजाब से जलाया, सदमे में आई माँ ने किया था आत्महत्या का प्रयास’: गोधरा दंगों के पीड़ित ने बताई आपबीती

गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगाने और 59 हिंदू तीर्थयात्रियों के नरसंहार के 22 वर्षों बाद एक पीड़ित ने अपनी आपबीती कैमरे पर सुनाई है।

छत्तीसगढ़ में ‘सरकारी चावल’ से चल रहा ईसाई मिशनरियों का मतांतरण कारोबार, ₹100 करोड़ तक कर रहे हैं सालाना उगाही: सरकार सख्त

छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रभावित जशपुर जिला है, जहाँ ईसाई आबादी तेजी से बढ़ रही है। जशपुर में 2011 में ईसाई आबादी 1.89 लाख यानी कि कुल 22.5% आबादी ने स्वयं को ईसाई बताया था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -