नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंसक प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने चार सरकारी बसों को आग लगा दी गई और सौ से अधिक निजी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। इस पर वामपंथी बुद्धिजीवी जावेद अख्तर ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पुलिस के यूनिवर्सिटी में प्रवेश करने पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि पुलिस ने बिना अनुमति के यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर घुसकर ‘लॉ ऑफ लैंड’ का उल्लंघन किया है।
Jamia students attacking Media who is showing them Mirror of their Peaceful Protest. Anti National Journalist n Secular ppl like @Javedakhtarjadu @FarOutAkhtar @khanumarfa @BDUTT @RahulGandhi @priyankagandhi @sardesairajdeep will not Condemned this. These are Urban Terrorist https://t.co/rLwPCC5ywb
— Hemir Desai (@hemirdesai) December 16, 2019
दरअसल, जामिया में प्रदर्शन को कवर करते वक्त एक हिंदी चैनल के महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी की गई। एक यूजर ने ABP न्यूज की महिला पत्रकार के साथ छात्रों की बदतमीजी का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया। इस विडियो में यूजर ने जावेद अख्तर समेत अन्य कुछ लोगों को टैग करते हुए लिखा, “जामिया के छात्र उस मीडिया पर अटैक कर रहे हैं, जो उन्हें उनके द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण विरोध का आईना दिखा रहे हैं। लेकिन ऐंटी-नेशनल और सेक्युलर लोग इसकी निंदा नहीं करेंगे। ये शहरी आतंकवादी हैं।”
Dear Legal Expert
— Sandeep Mittal, IPS (@smittal_ips) December 16, 2019
Please elaborate the law of land, the section number and name of the Act etc so that we are also enlightened.
Regards
इसका जवाब देते हुए जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, “लॉ ऑफ लैंड के मुताबिक, किसी भी परिस्थिति में पुलिस किसी भी यूनिवर्सिटी के कैंपस में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की इजाजत के बिना नहीं घुस सकती। जामिया कैंपस में बिना इजाजत घुसकर पुलिस ने एक ऐसी मिसाल कायम की है जो हर यूनिवर्सिटी के लिए एक खतरा है।”
जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर आईपीएस अधिकारी संदीप मित्तल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूछा कि वो पुलिस के जिस लैंड ऑफ लॉ के बारे में बात करते हुए कह रहे हैं कि पुलिस ने कैंपस के अंदर घुसकर कानून का उल्लंघन किया है। वो जरा उस लैंड ऑफ लॉ, उस सेक्शन और उस ऐक्ट के बारे में बताएँ। उन्होंने जावेद अख्तर को ‘लीगल एक्सपर्ट’ कहकर तंज कसते हुए ट्वीट किया, “प्रिय लीगल एक्सपर्ट, प्लीज लॉ ऑफ लैंड, सेक्शन नंबर और ऐक्ट आदि के नाम को थोड़ा विस्तार से समझाएँ ताकि हम भी इसके बारे में अच्छे से जान सकें।”
Sir to Shayar hain unko Kanoon wanoon ka kahan pata hoga..What’s App pe aaya hoga,Copy kar ke chipka diye..
— ?? Prabhat Yadav ?? (@prabhatkumar76) December 16, 2019
आईपीएस अधिकारी के इस ट्वीट के बाद जावेद अख्तर ने चुप्पी साध ली। इस ट्वीट पर उनका कोई जवाब नहीं आया। वैसे जावेद अख्तर का ट्वीट करना कई सोशल मीडिया यूजर को रास नहीं आया और उन्होंने उन्हें ट्रोल कर दिया। एक यूजर ने लिखा, “सर तो शायर हैं, उन्हें कानून वानून का कहाँ पता होगा… व्हाट्सऐप पे आया होगा, कॉपी कर के चिपका दिए।”
जावेद साहब लॉ की जानकारी बराबर रखना मुह से थूकने जितना सरल नही है
— aham bramhasamiiiii (@vivek_purohit) December 16, 2019
एक ने लिखा, “जावेद साहब लॉ की जानकारी बराबर रखना मँह से थूकने जितना सरल नहीं है।”
चचा जिहादि बसों में आग लगाते रहें, सडकों को जाम कर दे, ईट पत्थर फेकें, पुलिस चुपचाप शान्ति से देखें और फूल बरसाएं ये चाहते हो
— Tinku Sharma (@TinkuSh28167274) December 16, 2019
एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “चचा जिहादी बसों में आग लगाते रहें, सड़कों को जाम कर दें, ईंट-पत्थर फेकें, पुलिस चुपचाप शान्ति से देखे और फूल बरसाएँ ये चाहते हो।”
hey jadu Do you say if a person kills somebody and hides inside a campus or a masjid, police cannot enter without permission??
— Sudhir (@sudhirkamathgm) December 16, 2019
इसके अलावा एक अन्य यूजर ने लिखा, “क्या आप कहना चाहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति किसी को मारकर परिसर या मस्जिद के अंदर छिप जाता है, तो पुलिस बिना अनुमति के अंदर प्रवेश नहीं कर सकती है?”
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