Saturday, November 16, 2024
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MX Player पर Bobby Deol की हिन्दूघृणा से सने वेब सीरीज ‘आश्रम’ के ट्रेलर पर भड़के लोग: सरकार से बैन करने की माँग

कई सोशल मीडिया यूजर ने ट्रेलर को लेकर शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि ट्रेलर में हिंदू आस्था के खिलाफ एक नकारात्मक तस्वीर को चित्रित किया गया है। ट्रेलर रिलीज होने के साथ ही ट्विटर पर इसे बैन करने की माँग उठ रही है। इस वक्त #BanAashramWebSeries ट्रेंड कर रहा है।

एम एक्स प्लेयर पर प्रकाश झा द्वारा निर्मित और निर्देशित वेब सीरीज आश्रम का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। बॉबी देओल की यह पहली वेब सीरीज है। इस सीरीज का ट्रेलर 17 अगस्त को रिलीज हुआ था। जिसमे बॉबी बाबा के रोल में नजर आ आ रहे है।

ट्रेलर एक बाबा (बॉबी देओल द्वारा अभिनीत) के जीवन के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसने जल्दी लोकप्रियता हासिल की है। वह हर किसी से “मोक्ष” का वादा करता है और अपने अनुयायियों से उन सभी सांसारिक चीजों से छुटकारा पाने के लिए कहता है, जो उन्हें दुनिया के लिए बाध्य कर सकता है जैसे कि- संपत्ति, रुपए-पैसे आदि। ट्रेलर में देखा जा सकता है कि उनके अनुयाई अपना सारा सामान दान करने के बाद उनके आश्रम में शामिल होते हैं।

इस ट्रेलर में दिखाया गया है कि बाबा के आश्रम में एक छिपा हुआ बंकर है, जहाँ वह युवतियों को जेल में रखता है। वहीं पुलिस को एक इलाके में कई युवतियों के शव मिलते है। इस कहानी में एक गॉडमैन (धर्मगुरु) को एक कॉनमैन (चालक, ठग) के रूप में दिखाया गया है। ट्रेलर के सीन में यह दिखाया गया है कि आश्रम का क्षेत्र की युवतियों के अचानक और रहस्यमय ढंग से गायब होने से कुछ लेना-देना है।

सोशल मीडिया पर हो रही ट्रेलर की जमकर आलोचना

कई सोशल मीडिया यूजर ने ट्रेलर को लेकर शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि ट्रेलर में हिंदू आस्था के खिलाफ एक नकारात्मक तस्वीर को चित्रित किया गया है। ट्रेलर रिलीज होने के साथ ही ट्विटर पर इसे बैन करने की माँग उठ रही है। इस वक्त #BanAashramWebSeries ट्रेंड कर रहा है।

कुछ ट्विटर यूज़र्स ने यज्ञ अनुष्ठान करने वाले देवता के चित्रण और अन्य विवरणों पर भी आपत्ति जताई है। लोगों ने कहा कि यह सीरीज हिंदूधर्म के प्रति नकारात्मकता फैलाने और बदनाम करने का एक जानबूझकर प्रयास है।

कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने कहा कि जहाँ सरकार पैगंबर के खिलाफ फिल्मों पर प्रतिबंध लगाती है, वहीं पीके और आश्रम जैसी फिल्में को पर्दे पर उतारती हैं। उन्होंने आगे सवाल किया कि कोई भी हिंदू भावनाओं की परवाह क्यों नहीं करता है?

एक यूजर ने कहा कि जहाँ अन्य धर्मों के संस्थानों के साथ जुड़े अपराधों के कई जाने-माने मामले हैं, वहीं फिल्म निर्माता केवल हिंदुओं को निशाना बनाते हैं क्योंकि अन्य धर्मों के तथाकथित धार्मिक लोगों द्वारा किए गए अपराधों को दिखाना ‘धर्मनिरपेक्षता’ के खिलाफ होगा।

एक अन्य यूजर ने कहा कि वेब सीरीज ‘आश्रम’ के लिए एमएक्स प्लेयर द्वारा दिया जा रहा डिस्क्लेमर मूर्खतापूर्ण है। उन्होंने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है कि ओटीटी मंच ऐसी सामग्री को अनुमति दे, जो संस्कृति और धर्म को बदनाम करती है।

ईश्वरी_राज्य नाम के एक यूजर ने कहा कि एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री केवल हिंदू धर्म और साधुओं को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में हिंदूफोबिया बंद नहीं होगा।

गौरतलब है कि हिंदुओं की आस्था और विश्वास पर नकारात्मक चित्रण करने के लिए सड़क -2 के हाल ही में लॉन्च किए गए ट्रेलर को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था।

ट्रेलर के खिलाफ गुस्सा और अतीत में अपने हिंदू विरोधी बयानों के लिए महेश भट्ट और उनकी बेटियों को आलोचना का सामना करना पड़ा था। इसके परिणामस्वरूप सड़ाक -2 का ट्रेलर यूट्यूब पर 18 मिलियन से अधिक डिसलाइक मिला था। जिसकी वजह से सड़क-2 का ट्रेलर दूसरा सबसे अधिक नापसंद किया गया वीडियो बन गया।

बता दें यह पहली बार नहीं है, नेटफ्लिक्स पर हिन्दूघृणा और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुँचने वाली कई सीरीज को पहले रिलीज किया जा चुका हैं। जिनमें घुल(ghoul) सेक्रेड गेम्स, लीला जैसे सीरीज शामिल हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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