सोशल मीडिया पर पत्रकार जाकिर अली त्यागी अपने दोहरे रवैये के कारण यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। वह पैगबंर मुहम्मद पर कथित टिप्पणी करने के लिए बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के खिलाफ लगातार कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। उनका कहना है कि हजरत मुहम्मद के खिलाफ बोलने वाले की माफी कबूल नहीं की जाएगी।
दरअसल, जाकिर अली त्यागी ने वर्ष 2020 में खुद हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया था। जाकिर द्वारा अगस्त 2020 में किए गए ट्वीट का स्क्रीनशॉट अंशुल सक्सेना ने अपने हैंडल पर शेयर किया है। सक्सेना ने इसमें लिखा है, “पत्रकार जाकिर अली त्यागी को हिंदू देवी सीता, लक्ष्मी का मजाक उड़ाने और बलात्कार के मामलों में उन्हें जोड़कर रिपोर्ट करने की आदत है। ‘सीता और लक्ष्मी को नोचने’ की खबर आई है ऐसा लिखने वाले नूपुर शर्मा को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए माफ नहीं कर सकते हैं।”
Journalist Zakir Ali Tyagi has a habit of reporting rape cases by mocking & linking them with Hindu goddesses Sita and Laxmi
— Anshul Saxena (@AskAnshul) June 6, 2022
“Sita & Laxmi ko nochne ki khabar ayi hai”
But he cannot forgive Nupur Sharma for hurting his religious sentiments
Archive link: https://t.co/PYT6HgyxB3 pic.twitter.com/eI3AYvqyNT
जाकिर ने अपने दो साल पहले किए गए ट्वीट लिखा था, “यूपी के बलिया में 17 वर्षीय नाबालिग युवती से 4 लोगों ने दुष्कर्म किया। कल ही यूपी में रामराज्य की नए सिरे से नींव रखी गई, लेकिन पहले ही दिन देश की सीता, लक्ष्मी को नोंचने की खबर भी उसी राम राज्य से आई है। रेप पीड़िताएँ चीख रही, इंसाफ माँग रही हैं, सरकार मंदिर बना रही है, शर्मनाक।”
पत्रकार के इस ट्वीट को लेकर यूजर्स काफी आक्रोश में हैं। अनुज शर्मा लिखते हैं, “पत्रकारिता के नाम पर कब तक देवी देवताओं का अपमान करेंगे? कभी कभी लगता है ये देवी-देवताओं का अपमान करने के लिए ही पत्रकार बनते है। या अपमान करने के पैसे मिलते है और नाम कमाते है।”
पत्रकारिता के नाम पर कब तक देवी देवताओं का अपमान करेंगे??
— ANUJ SHARMA (@ANUJKUM53687947) June 6, 2022
कभी कभी लगता है ये देवी देवताओं का अपमान करने के लिए ही पत्रकार बनते है।
या अपमान करने के पैसे मिलते है,और नाम कमाते है।
एक अन्य यूजर ने ट्विटर पर लिखा, “कोई इन भाई साहब से पूछे कि इनके नाम के साथ त्यागी क्या कर रहा है? बहुत से लोगों ने जब जबरन धर्म परिवर्तन कराया, तो उन्होंने अपना सरनेम अपने नाम के साथ लगाकर रखा, ताकि जब चीजें नियंत्रण में आ जाए, तो उनकी पीढ़ियाँ अपने मूल धर्म में वापस आ सकें। कुछ तो शर्म करो।”
Koi in bhai sahab se puche ke naam k sath Tyagi kya kar raha hai? Many people when they were forced converted, they kept their surnames so that when things will be under control, their generations would come back to their original faith. Kuch to sharm karo.
— The Propaganda Must Go On (@ramasha31870167) June 6, 2022
बता दें कि शर्मा को इस्लामवादियों की ओर से जान से मारने की धमकियों सहित कई तरह की धमकियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उन्होंने पैगंबर मुहम्मद पर इस्लामिक ग्रंथों के अनुसार कथित, टिप्पणी की थी जिससे मुस्लिमों में नाराजगी है। उन्होंने अपने बयान में तर्क दिया था कि चूँकि लोग बार-बार हिंदू धर्म का मजाक उड़ा रहे हैं, वे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र करते हुए अन्य धर्मों का भी मजाक उड़ा सकते हैं।