टी-20 वर्ल्ड कप में भारत और जिम्बाब्वे से हारने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अपने ही लोगों की आलोचना झेलनी पड़ रही है। इसी बीच एक वीडियो सामने आई है जिसमें पाकिस्तानी युवक ये बता रहा है कि आखिर उनके क्रिकेटर मैच में क्यों हार जाते हैं।
युवक कहता है, “हमारे जो लड़के हैं न, बाकी टीमें खेलती हैं आईपीएल, बीबीएल और सब बोलते हैं आपस में अंग्रेजी। उनकी आपस में बातचीत होती है। मैक्सवेल और हार्दिक पांड्या आपस में दोस्त हैं क्योंकि उन्हें अंग्रेजी बोलनी आती है, उनके हाथ में टैटू है, वो लड़कियों से बात करते हैं, आपस में पार्टी करते हैं।”
युवक आगे कहता है, “साड्डे लौंडे, न उन्हें किसी से गल (बात) करनी आती है, न उन्हें अंग्रेजी आती है, न उनके कोई टैटू है, न उन्हें पार्टी करनी आती है, तो जब दुनिया के सारे खिलाड़ी इकट्ठा होते हैं, चिलिंग कर रहे होते हैं, तब हमारे लड़के इनसिक्योर हो जाते हैं, उन्हें अंग्रेजी बोलनी नहीं आती। इंडिया का बच्चा-बच्चा अंग्रेजी बोल रहा है। अब हमारा बंदा जाता है पिच पर। देखता है कि उसके तो टैटू भी है, ग्राउंड में चार गर्लफ्रेंड भी है, उसने तो बाली भी लगाई हुई है, अंग्रेजी भी बोल रहा है। हमारे चूजे- हेलो ब्वॉय डिड वेरी वेल, सर वेरी गुड, आई एम ओके।”
Why Pakistan lost to Zimbabve
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) October 28, 2022
Ufff …watch till end pic.twitter.com/HJ9LInANMZ
उल्लेखनीय है कि ये वीडियो कब की है, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन मेजर सुरेंद्र पुनिया द्वारा इसे शेयर किए जाने के बाद लोग इस पर जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। पाकिस्तानी युवक की यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है। लोग युवक की बातें सुनकर कह रहे हैं कि इसका मतलब पाकिस्तान की हार के पीछे खिलाड़ियों का गवार होना है। कोई कह रहा है कि अंग्रेजी कितनी जरूरी है ये बात सुन लो।
दिलचस्प बात ये है कि इस पाकिस्तानी का रिएक्शन सुनने के बाद जहाँ एक तरह कुछ यूजर ये कह रहे हैं कि क्रिकेटर होने के लिए ये सब जरूरी नहीं, तो वहीं कुछ यूजर्स ऐसे भी है जो इस पाकिस्तानी की बातें सुन कह रहे हैं कि इसे तो एक्सपर्ट होना चाहिए था। एक यूजर ने कहा कि यानी कि टैटू, अंग्रेजी बोलना, 4-4 गर्लफ्रेंड बनाना ही एक खिलाड़ी को महान क्रिकेटर बनाता है।
Tattoos,speaking English and 4+ girlfriends make a great cricketer, got it! https://t.co/HdeSzSrVD3
— someguynamedmo (@broskijo2) October 28, 2022
वहीं कुछ यूजर कह रहे हैं कि अगर इसी तरह मजहबी स्कूलों में लड़कों को पढ़ाया जाएगा तो वो अंग्रेजी कहाँ से सीखेंगे। लड़कों के दिमाग में गलत बातें भरकर उन्हें आतंकवाद की राह में ढकेल दिया जाता है।
धार्मिक स्कूल में पढ़ाई करते तो कहां से अंग्रेजी सीखेंगे वहां पर मौलाना या टीचर
— praful (@prafulgk) October 29, 2022
लड़की मिलती तो शोषण करते, लड़कों के दिमाग में कचरा भर अलगाववाद फिर आतंकवाद में ढकेल https://t.co/3LsRcSAGo1