हाल ही में कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने ट्विटर पर 8 लोगों को अनफॉलो कर दिया। इन 8 में से दो ऐसे लोग हैं जो कॉन्ग्रेस का प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए जाने जाते हैं।
राहुल गाँधी ने जिन 8 लोगों को अनफॉलो किया है उनमें से एक हैं प्रतीक सिन्हा, जो प्रोपेगेंडा वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक हैं। ऑल्ट न्यूज वही न्यूज पोर्टल है जो खुद को एक फैक्ट-चेकर के रूप में दिखाता है। ऑल्ट न्यूज टूलकिट विवाद के बाद कॉन्ग्रेस को क्लीन चिट देने के लिए उतावला हो गया था और तरह-तरह के तर्क पेश करने लगा था।
कुछ समय पहले तक राहुल गाँधी ट्विटर पर प्रतीक सिन्हा को फॉलो कर रह थे लेकिन अचानक से कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ऑल्ट न्यूज के प्रतीक सिन्हा को अनफॉलो कर दिया। हालाँकि ऑल्ट न्यूज पूरे समर्पण के साथ कॉन्ग्रेस के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम करता है और मोदी सरकार के खिलाफ फेक न्यूज फैलाता रहता है।
राहुल गाँधी ने प्रतीक सिन्हा को ऐसे समय अनफॉलो किया है जब देश में टूलकिट विवाद चल रहा है और कॉन्ग्रेस का उसमें सक्रिय रूप से नाम सामने आ रहा है। भाजपा नेता ने कथित तौर पर कॉन्ग्रेस से संबंधित एक दस्तावेज सबके सामने रखा और कॉन्ग्रेस पर यह आरोप लगाया गया कि उसके द्वारा Covid-19 महामारी का उपयोग मोदी सरकार के खिलाफ साजिश करने के लिए किया जा रहा है।
यह विवाद तब और बढ़ गया जब कॉन्ग्रेस ने यह दस्तावेज फैक्ट-चेकर का दावा करने वाले ऑल्ट न्यूज के साथ शेयर किया और ऑल्ट न्यूज ने किसी तरीके से टूलकिट को फर्जी बताते हुए कॉन्ग्रेस को क्लीन चिट दे दी। इसके बाद यह आशंका व्यक्त की गई कि ऑल्ट न्यूज, कॉन्ग्रेस के हितों के लिए कार्य करता है।
इस टूलकिट विवाद में भारत सरकार ने ट्विटर पर भी नकेल कसी क्योंकि ट्विटर ने भी बिना किसी सबूत के भाजपा नेताओं द्वारा ट्वीट किए गए टूलकिट के दस्तावेजों पर ‘मैनीपुलेटेड मीडिया’ टैग लगा दिया। ट्विटर द्वारा की गई ऐसी हरकतों के बाद अब यह अंदाजा लगाया गया कि संभवतः ऑल्ट न्यूज ही नहीं बल्कि ट्विटर भी कॉन्ग्रेस के साथ मोदी सरकार के खिलाफ काम कर रहा है। ऐसे में राहुल गाँधी द्वारा ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा को अनफॉलो किया जाना एक रणनीति मानी जा रही है ताकि ये फैक्ट-चेकर अपने आपको तटस्थ दिखा सके।
राहुल गाँधी ने जिस एक और व्यक्ति को ट्विटर में अनफॉलो किया है वह है, मोदी-विरोधी, प्रोपेगेंडाबाज और स्व-घोषित कॉमेडियन कुणाल कामरा। कामरा की इन्हीं कुछ विशेषताओं के चलते शायद राहुल गाँधी उसे फॉलो करते थे। हालाँकि आज सुबह (01 जून) को राहुल ने अपने चाटुकार कामरा को भी अनफॉलो कर दिया।
सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रिया :
राहुल गाँधी द्वारा प्रतीक सिन्हा और कुणाल कामरा को अनफॉलो किए जाने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने कई कयास लगाए।
एक ट्विटर यूजर ने कहा कि राहुल गाँधी ने अनफॉलो करके अपने एक पिद्दी को आजादी दे दी।
rahul gandhi has given azadi to his pet pidis. Om Shanti 🙏
— Jhootha LOL Gadha (@FakeRainaNephew) June 1, 2021
pic.twitter.com/NY6a2hsLLA
yeah! Rahul Gandhi unfollowed 8 chamchas 😂 https://t.co/BqybXS0dXo
— Facts (@BefittingFacts) June 1, 2021
एक दूसरे यूजर ने कहा कि राहुल गाँधी ने संभवतः एक फैक्ट-चेकर को इसलिए अनफॉलो किया क्योंकि वह टूलकिट मामले में उचित तर्क नहीं पेश कर पाए।
Rahul Gandhi unfollowed some fact checkers, looks like they couldn’t defend toolkit well. 🤣😂
— Maithun (@Being_Humor) June 1, 2021
हालाँकि ऑपइंडिया इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि राहुल गाँधी ने अपने वफादारों को इसलिए अनफॉलो किया क्योंकि वो पूरे समर्पण के साथ कॉन्ग्रेस के प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ाने में कामयाब नहीं रहे।