अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी अक्सर अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होने के लिए चर्चा में बनी रहती हैं। पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के बाद वह अपने संसदीय क्षेत्र में उन्हें शव यात्रा में कंधा देने पहुँची थीं। इस बार उन्होंने सड़क हादसे में जान गवा चुके सौरभ मिश्रा के परिवार से भेंट की। सौरभ मिश्रा के भाई शुभम मिश्रा भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं।
स्मृति ईरानी ने सौरभ के परिवार से मिल कर अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कीं। जैसे ही उन्होंने सांत्वना देने के लिए सौरभ की माँ को गले लगाया, वह उनके सीने से लिपट कर रोने लगीं। सोशल मीडिया पर इस समय की वीडियो भी समाने आई है।
सौरभ की माँ ने अपने संघर्षों का जिक्र करते हुए भाजपा नेत्री को बताया कि उन्होंने अपने बेटे को बड़ी गरीबी से पाल-पोसकर बड़ा किया था। जब सुख देखने का दिन आया, तब भगवान ने उसको उठा लिया।
उल्लेखनीय कि 8 नवंबर को बीटीसी का एग्जाम देकर लौट रहे सौरभ मिश्रा सुल्तानपुर में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे। पिछले दिनों शनिवार को जब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पार्टी के पूर्व विधायक दिवंगत जमुना प्रसाद मिश्र के घर अपनी संवेदनाएँ प्रकट करने पहुँचीं, तो वहाँ से उन्होंने शुभम मिश्रा के घर की ओर रुख किया। उनकी और शुभम के माँ के बीच हुई भावुक मुलाकात की वीडियो एबीपी पत्रकार ने शेयर की। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया,
“अमेठी सांसद एव केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी के कस्बा निवासी शुभम मिश्रा की घर सान्त्वना देने पहुँची, माँ को रोती बिलखती देख स्मृति ईरानी भी भावुक हो गई, स्मृति ने हर मदद का दिया भरोसा मृतक की माँ आंगनवाड़ी कार्यकत्री हैं।”
अमेठी सांसद एव केन्द्रीय मंत्री @smritiirani अमेठी के कस्बा निवासी शुभम मिश्रा की घर सान्त्वना देने पहुँची, माँ को रोती बिलखती देख स्मृति ईरानी भी भावुक हो गयी, स्मृति ने हर मदद का दिया भरोसा मृतक की मॉ आंगनवाड़ी कार्यकत्री है. pic.twitter.com/B3Dha3bCJL
— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) December 28, 2020
याद दिला दें कि पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद अमेठी के बरौलिया गाँव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। स्मृति ईरानी के क़रीबी भाजपा नेता की हत्या के बाद ईरानी ने उन्हें कंधा भी दिया था। बाद में सुरेंद्र के परिवार ने आरोप लगाया था कि उन सभी ने मिल कर ‘दीदी (स्मृति ईरानी)’ को जिताने के लिए प्रचार किया, इसी का बदला लिया गया।
मृतक की पत्नी रुक्मणि देवी ने बताया था कि स्मृति ईरानी ने उनसे मिल कर उनके बच्चों का अपने बच्चों की तरह ख्याल रखने की बात कही और उनके बच्चों को सुरक्षा देने का भी आश्वासन दिया।