Sunday, November 17, 2024

विषय

अनुसूचित जनजाति

एक विवाह ऐसा भी: जीते जी एक न हो सके तो कर लिया सुसाइड, मौत के 6 महीने बाद परिजनों-ग्रामीणों ने बना दिया जोड़ा

गुजरात के तापी में एक अनूठा विवाह हुआ है। सुसाइड करने वाले एक प्रेमी जोड़े की मूर्तियों की यह शादी सोशल मीडिया में चर्चा में है।

‘हिंदू देवी-देवताओं की पूजा करती हो, नहीं देंगे कास्ट सर्टिफिकेट’: महाराष्ट्र के नांदेड़ में MBBS लड़की के साथ भेदभाव, लोग भड़के

समिति का कहना है कि मयूरी हिंदू-देवी देवताओं की पूजा करती है इसलिए वह महादेव कोली जनजाति से अलग है और उसे प्रमाण-पत्र नहीं दिया जा सकता।

गेंद माँगने पर दलित बच्चे को दी गंदी-गंदी गालियाँ, परिजनों से मारपीट भी: UP के फतेहपुर में जुबैर अंसारी समेत 3 पर FIR, Video...

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में पेट्रोल पम्प मालिक जुबेर अंसारी पर आरोप है कि उसने अपने कर्मचारी हसन और नौशाद के साथ मिल कर क्रिकेट खेलते बच्चों को पीटा।

जनजातीय गौरव दिवस: जो ईसाई मिशनरी, अंग्रेज, इस्लामी आक्रांता… सबसे लड़े, 12 नायकों की गाथा एक साथ पढ़िए

भगवान बिरसा मुंडा की जयंती ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले नायकों को याद करने का है।

मिल रही थी धमकियाँ, फिर भी ईसाइयत को ठुकरा 500 लोगों ने की घर वापसी: ओडिशा में शुद्धि महायज्ञ के बाद प्रबल प्रताप जूदेव...

ओडिशा में जनजाति समाज के 173 परिवारों ने घर वापसी की है। विश्व कल्याण महायज्ञ के दौरान चरण पखारकर इनकी मूल धर्म में वापसी करवाई गई।

‘जिस सरना को अपवित्र किया, वहीं पुरखों के धर्म में लौटूँगा’: ईसाई बना भूत-प्रेत भगाने के नाम पर कैथोलिक संस्था ने हड़पी जमीन, अब...

छत्तीसगढ़ में ऐसे कई क्लेमेंट लकड़ा हैं जो ईसाई संस्थाओं से प्रताड़ित हैं। जिनके पुरखों को धर्मांतरित कर अपनी ही जमीन से बेदखल कर दिया गया।

धर्म ही नहीं जमीन भी गँवा रहे हिंदू: कब्जे की भूमि पर चर्च-कब्रिस्तान से लेकर मिशनरी स्कूल तक, पहाड़ों का भी हो रहा धर्मांतरण

जमीनी स्थिति भयावह है। सरकारी से लेकर जनजातीय समाज की जमीनों पर ईसाई मिशनरियों का कब्जा है। अदालती आदेशों के बाद भी जमीन खाली नहीं हो रहे।

भारत जोड़ो यात्रा पर आंदोलनजीवी, हसदेव अरण्य की कौन सुने: राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस के राजनीतिक दोगलेपन से लड़ रहे सरगुजा के ST

राहुल गाँधी जिन्हें दिल्ली में 'मोदी का यार' बताते हैं, कॉन्ग्रेस की सरकारें अपने प्रदेश में उनकी ही एजेंट बनी हुई हैं। यही हसदेव अरण्य का दुर्भाग्य है।

कैसा है वह ‘साहेब कोना’ जहाँ पहली बार हिंदू बने ईसाई: 1906 में जहाँ से भागे थे पादरी, 2022 में हमें भागना पड़ा

छत्तीसगढ़ के खड़कोना में 1906 में पहली बार हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ। उसके बाद जो सिलसिला शुरू हुआ, उसने जशपुर को ईसाई धर्मांतरण के बड़े केंद्र में बदल दिया।

जहाँ से निकला ‘सत्यमेव जयते’ वहाँ भी घुस गए ईसाई मिशनरी, प्राचीन मंदिर और मूर्ति वाली जमीन पर क्रॉस वाले मंच से सज रहा...

नदी से घिरा एक निर्जन द्वीप। एक तपोभूमि, जहाँ आज भी मिलते हैं प्राचीन मंदिर और मूर्तियों के अवशेष, वहाँ भी ईसाई मिशनरियों ने छोड़ी छाप।

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें