Sunday, November 17, 2024

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जातिप्रथा

धर्म बदलकर बन गया अकबर, जाति का लाभ देने से हाई कोर्ट का इनकार: जातीय रैली पर भी नोटिस, पूछा- क्यों न लगे रोक

मद्रास हाई कोर्ट ने धर्मांतरण के बाद भी जाति का लाभ देने से इनकार किया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पूछा है कि जाति के नाम पर होने वाली रैलियों पर क्यों नहीं स्थायी रोक लगा देनी चाहिए।

धर्मांतरण कर परिवार सहित बन गया मुस्लिम, फिर पूर्व जाति के आधार पर चाहता था सरकारी नौकरी: HC ने रद्द की याचिका, कहा –...

उसने जब RTI के माध्यम से इसका कारण पता किया तो हुए बताया गया कि उसे 'बैकवॉर्ड क्लास (BC) मुस्लिम' में शामिल नहीं किया गया, इसीलिए ऐसा हुआ है।

‘शूद्रों को नहीं था अनुष्ठान का अधिकार, ब्राह्मणों ने महिलाओं को भी इसी समूह में रखा’: बिना सबूत पढ़ा रहा NCERT, RTI में भी...

NCERT की किताबों में दशकों से वर्ण व्यवस्था के बारे में पढ़ाया जा रहा है, लेकिन RTI से पता चला कि इसके पढ़ाने के पीछे उसके पास प्रमाण नहीं है।

‘यहाँ कोई भेदभाव नहीं’: बोलीं काँवड़ यात्रा में शामिल महिलाएँ, काँवड़ियों ने कहा – कोई नहीं पूछता जाति, लंगर में ‘भोले’ मान कर सभी...

काँवड़ यात्रा में जातिवाद, क्षेत्रवाद और लिंगभेद का नामोनिशान तक नहीं। काँवड़ियों ने अपनी पहचान बस 'भोले भक्त' बताई। महिलाओं और साधु-संतों से भी हमने की बात।

नहीं चाहिए आरक्षण की बैसाखी, सब्सिडी दे कर हमें लाचार बनाना बंद करो: मधु पासवान

ऑपइंडिया ने मधु पासवान से बातचीत की, जो सोशल मीडिया में खासे सक्रिय रहते हैं और वीडियो बना कर आरक्षण व जातिवाद पर लोगों को जागरूक करते हैं।

जातिवाद के लिए मनुस्मृति को दोष देना, हिरोशिमा बमबारी के लिए आइंस्टाइन को जिम्मेदार बताने जैसा

महर्षि मनु हर रचनाकार की तरह अपनी मनुस्मृति के माध्यम से जीवित हैं, किंतु दुर्भाग्य से रामायण-महाभारत-पुराण आदि की तरह मनुस्मृति भी बेशुमार प्रक्षेपों का शिकार हुई है।

जामिया की हिंसा देखी, मजहबी नारे सुने: अब देखिए माखनलाल के पीड़ित छात्रों का मौन विरोध

अपने ही प्रोफेसरों से प्रताड़ित माखनलाल के छात्रों के साथ बीते दिनों पुलिस ने भी जोर-जबर्दस्ती की थी। बावजूद इसके जब ये भोपाल की सड़कों पर निकले तो कोई शोर-शराबा नहीं हुआ। न सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुॅंचाया गया।

कड़ाके की ठंड, घुप्प अँधेरी रात, 20 किमी घुमाया, कपड़े उतरवाए: दिलीप मंडल का विरोध करने की सजा

जातिगत भेदभाव के आरोपों में घिरे प्रोफेसर दिलीप मंडल और मुकेश कुमार जॉंच पूरी होने तक माखनलाल यूनिवर्सिटी के कैंपस में प्रवेश नहीं कर पाएँगे। लेकिन, उससे पहले छात्रों के साथ जो कुछ हुआ वह हतप्रभ करने वाला था। पीड़ित छात्रों की जुबानी सुनिए उस रात की प्रताड़ना।

दिलीप मंडल पढ़ाने की जगह ‘जाति के आधार पर विभाजन’ खड़ा कर रहे हैं: माखनलाल यूनिवर्सिटी में बवाल

कुलपति ने मामले की जाँच के लिए एक कमेटी भी बना दी है, लेकिन छात्र चाहते हैं कि इन दोनों प्रोफ़ेसरों की सेवाएँ तत्काल प्रभाव से निलंबित की जाएँ। साथ ही छात्रों ने कहा कि उनके विरोध प्रदर्शन के बारे में गलत अफ़वाहें भी उड़ाई जा रहीं हैं।

कर्नाटक में भाजपा सांसद को गाँव में घुसने से रोका, कहा दलित है, नहीं आ सकता

राज्य के उपमुख्यमंत्रियों में से एक सीएन अश्वत नारायण ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि अगर यह सच है तो वे इसकी निंदा करते हैं, और इस पर कार्रवाई होगी।

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