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त्यौहार
बसंत सिर्फ ऋतु नहीं, ज्ञान की उपासना से लेकर काम और मोक्ष का जीवंत उत्सव भी है
बसंत, बसंत पंचमी, मदनोत्सव, सरस्वती पूजा, होली की शुरुआत, शमशान में मौत के तांडव पर भारी जीवन उत्सव- बसंत यह सब कुछ है।
NGT ने क्रिसमस और न्यू ईयर पर दी पटाखे चलाने की छूट, दिवाली में लागू था पूर्ण प्रतिबंध
एनजीटी ने कहा है कि क्रिसमस और न्यू ईयर के मद्देनजर देश के उन इलाकों में जहाँ एयर क्वालिटी मॉडरेट स्तर पर है, वहाँ पटाखे रात को 11:55 बजे से 12.30 तक यानी 35 मिनट के लिए चलाने की अनुमित होगी।
IPL में भारी आतिशबाजी पर मौन विराट कोहली ने दीवाली पर दिया ‘लिबरल’ ज्ञान, सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर लताड़ा
18 सेकेंड के इस वीडियो में विराट कोहली ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाया। सोशल मीडिया वायरल इस वीडियो को लेकर यूज़र्स जमकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे है।
शिवराज सिंह के मध्य प्रदेश में पटाखों पर कोई बैन नहीं, ऐलान के बाद नेटिज़न्स ने कहा- ‘मामा जी रॉक्स’
शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि जिन पटाखों पर देवी देवताओं की तस्वीर लगी है, उन्हें प्रतिबंधित किया गया है। यह पूरी तरह हिन्दू समुदाय के लोगों की भावनाओं और आस्था से जुड़ा मसला है।
दीवाली पर Tanishq ने फिर परोसा हिंदू विरोधी प्रोपेगेंडा: सोशल मीडिया पर विरोध के बाद विज्ञापन हटाया
तनिष्क ने एक बार फिर विवादित विज्ञापन बनाया था। जिसमें तनिष्क ने हिन्दू विरोधी एजेंडा परोसते हुए दिवाली को निशाना बनाया था। पिछली बार की तरह इस बार भी तनिष्क के इस विज्ञापन की जम कर आलोचना हुई।
पटाखों से प्रदूषण, प्रदूषण से कोरोना इसलिए पटाखे न जलाएँ.. मैं भी पूजा करूँगा- अरविन्द केजरीवाल
केजरीवाल ने एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली इस समय कोरोना और प्रदूषण से जंग लड़ रही है। दिवाली पर पटाखे न जलाएँ।
कार्तिक मास: मौसम के बदलाव की सूचना भी पर्व से, सिर्फ सभ्यता-संस्कृति नहीं, छिपे हैं अनगिनत वैज्ञानिक तथ्य
मनुष्य द्वारा ऋतु को बदलते देखना, उसकी रंगत पहचानना, उस रंगत का असर अपने भीतर अनुभव करना पर्व का लक्ष्य है। हमारे पर्व-त्यौहार...
जन्माष्टमी: सम्पूर्णता में जीने का सन्देश – श्री कृष्ण की 16 कलाएँ, उनके ग्वाले से द्वारकाधीश होने की सम्पूर्ण यात्रा
पायल -
कृष्ण की सोलह कलाएँ उनके विशेष सोलह गुणों से सम्बंधित हैं। जो यदि किसी में हों तो जिस अनुपात में इन गुणों की व्याप्ति होगी उसी अनुपात में...
Holi: कहीं लड्डू मार तो कहीं होली पर लड़की भागकर करती है शादी, लोग अंगारों पर चलकर मनाते हैं रंगोत्सव
ब्रज क्षेत्र में फाल्गुन माह लगते ही होली की शुरूआत हो जाती है, लेकिन इसके सबसे खास बरसाने की लड्डू मार होली और लट्ठ मार होली मानी जाती है। वृंदावन मथुरा और खासकर बरसाना में मनाई जाने वाली लट्ठ मार होली और लड्डू मार होली को देखने के लिए देश-विदेश से लाखों की भीड़ एकत्र होती है।
भारत की विविधता, संस्कृति, लोक कला, साहित्य को समेटती होली, हर राज्य में अलग रंग
जहाँ ब्रजधाम में राधा और कृष्ण के होली खेलने के वर्णन मिलते हैं वहीं अवध में राम और सीता के जैसे होली खेलें रघुवीरा अवध में। राजस्थान के अजमेर शहर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर गाई जाने वाली होली का विशेष रंग है।