दिल्ली सरकार के बाल विकास विभाग का अधिकारी रहते प्रेमोदय खाखा ने दोस्त की बेटी का जिस तरीके से शोषण किया, उसका दर्द जिस्मानी से कहीं अधिक जेहनी होता है, जो ताउम्र नासूर सा सालता रहता है।
इस चर्च की स्थापना 1992 में अजीत कुमार होरो ने की थी, क्योंकि उसे लूथरवाद का कोई चर्च दिल्ली में नहीं मिला। वो शाहदरा के ही बिहारी कॉलोनी में रहता था और वहीं चर्च बनाया गया।
जिस 'सेवा कुटीर' में बच्चों के यौन शोषण का आरोप लगा, वहाँ सुपरिटेंडेंट था प्रेमोदय खाखा। वर्कप्लेस पर महिलाओं के उत्पीड़न का भी आरोप। अब बच्ची के रेप मामले में हुआ गिरफ्तार।
बाँसुरी स्वराज ने पूछा कि 13 अगस्त को FIR के बावजूद निलंबन में इतना समय क्यों लग गया? मंत्री आतिशी के विभाग का मामला। स्वाति मालीवाल के 'ड्रामा' पर सवाल।