अब महाराष्ट्र की 'महा विकास अघाड़ी (MVA)' सरकार ने 'इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT)' क्षेत्र में राजीव गाँधी के नाम पर अवॉर्ड की घोषणा की। 'खेल रत्न' से भारत सरकार ने उनका नाम हटाया था।
जनवरी 1990 में बोफोर्स घोटाले को लेकर FIR हुई। उसी साल नवंबर में वीपी सिंह की सरकार गिर गई। कॉन्ग्रेस की कृपा से चंद्रशेखर PM बने। फिर राजीव गाँधी का निधन हुआ। जिस सरकार से उन्होंने समर्थन वापस लिया था, उसने ही उन्हें 'भारत रत्न' दिया।
'द वीक' में सुनीता कोहली के लेख में कई बड़े खुलासे किए गए हैं। इसके मुताबिक, राजीव गाँधी ने भोपाल गैस त्रासदी के कुछ महीने बाद ही अपने वैनिटी प्रोजेक्ट के तहत पीएमओ का सौंदर्यीकरण करवाया था।