वामपंथी प्रोपेगेंडा पोर्टल 'द वायर' के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन ने पेरिस के एक रेस्तरां और वेटर का जिक्र कर कोरोना वैक्सीन पर नया शिगूफा छोड़ा है।
अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर... एक ही झूठ बार-बार। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर J&K हाई कोर्ट के जजों ने जॉंच कर खोल दी पोल। अब सिद्धार्थ वरदराजन को बताना चाहिए जेलों में बंद करीब 150 नाबालिग कहाँ गए? या फिर पाकिस्तान से हुई किस 'डील' के तहत यह झूठ फैलाया गया।