Thursday, May 22, 2025

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हास्य

रूह आफजा की पूरी बोतल गटकने पर होनहार YouTuber रवीश राठी अस्पताल में भर्ती: बाबा रामदेव के शक्कर वाले सिरप के खिलाफ बना रहा...

यूट्यूबर रवीश राठी को बाबा रामदेव के खिलाफ वीडियो और रील बनाते समय रूह आफजा की लगभग पूरी बोतल पीने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बीत गए ‘कहाँ गई… बड़ा याद आती है’ वाले दिन, लौट आई ‘रिबेल किड्स’: अपूर्वा मुखीजा की नई सनसनी- दीवारों के भी कान होते...

21 दिनों तक अपूर्वा ने सोशल मीडिया पर न रील डाली, न ट्रेंडिंग ऑडियो, न फोटो डंप। उनके फैन क्लब वालों ने तो याचिका तक बना दी- Bring Apoorva Back...

संसद में स्प्रे करने वाले लौंडे का लाठी से नहीं हुआ ‘स्वागत’ इसलिए छटपटा रहे हैं RJD के ‘लठैत’: कुटाई पर लिबरल प्रलाप ‘दुख’...

जिनकी ट्रेनिंग ही लाठी वाले चरवाहा विद्यालय में हुई हो वे संसद में कूदने वाले लौंडे को झोंटा पकड़कर खींचने, मुक्का मारने, जूतियाने... को तो 'स्वागत' नहीं ही मानेंगे।

कहने को कॉमेडियन पर काम नफरती, झूठी कहानियाँ सुनाई ताकि मुस्लिम दिखे विक्टिम: कौन हैं हसन मिन्हाज जिसे ओबामा तक दे चुके हैं इंटरव्यू

भारतवंशी अमेरिकी कॉमेडियन हसन मिन्हाज की झूठी दुःख भरी कहानियों की पोल न्यूयॉर्कर नाम के एक संस्थान ने खोल दी है।

व्यंग्य: पिज़्ज़ा, डीजे, मसाजर, काम क्या-क्या है, अन्नदाता आ गया है, इंतजाम क्या-क्या है

एमबीए के दौर में इवेंट मैनेजमेंट एक विषय बन चुका है, और आंदोलन में ग्लैमर की कमी हमेशा रही। अगर आंदोलन आदि व्यवस्थित तरीके से नहीं होंगे, तो इस विषय को शादी की प्रीवेडिंग फोटोशूट और 'राते दीया बुता के पीया क्या-क्या किया' वाले नाच तक में ही समेट दिया जाएगा।

लो भाई! बंगाल से TMC का जाना तय हो गया!

बिहार के बाद अब बंगाल चुनावों से पहले बरखा दत्त ने चुनाव नतीजों की घोषणा नहीं की बल्कि अपनी ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल करवा दी।

यादों के झरोखों से: जब कारसेवकों ने बाबरी की रक्षा के लिए बना डाली थी ‘बेंगलुरु मॉडल’ वाली ह्यूमन चेन

चूक कहाँ हुई, यह राज बाबरी के साथ ही गया चला। लेकिन चंद जज्बाती लोगों ने ह्यूमन चेन बनाकर बाबरी की सुरक्षा की थी, यह इतिहास याद रखेगा।

अगले जनम मोहे विपक्ष ही कीजो : किसान विरोधी इस फासिस्ट सत्ता की इमेज क्यों नहीं बिगड़ने देता विपक्ष

अगर सरकार कोई किसान विरोधी कदम उठाती है तो इसका फायदा तो विपक्ष को ही होना चाहिए. लेकिन विपक्ष है कि सरकार की इमेज ख़राब होने ही नहीं देता।

रेपिस्ट अब्दुल या असलम को तांत्रिक या बाबा बताने वाले मीडिया गिरोहों के लिए जस्टिस चंद्रचूड़ का जरूरी सन्देश

सुदर्शन न्यूज़ के कार्यक्रम पर जस्टिस चंद्रचूड़ मीडिया को सख्त संदेश दिया है कि किसी एक समुदाय को निशाना नहीं बनाया जा सकता है। लेकिन समुदाय का नाम नहीं लिया गया।

दुनिया लॉकडाउन में लेकिन लल्लनटॉप अपने कर्मपथ से डिगा नहीं है

दी लल्लनटॉप अपनी ऑडियंस का ख़ास ध्यान रखते हुए उनके मतलब का फैक्ट चेक करते हुए यह भी साबित करते हुए देखा गया है कि सरसों के तेल से कोरोना वायरस से बचाव नहीं हो पाता है। यह वो ऑडियंस है जो दैनिक सस्ते इन्टरनेट की पूरी डेढ़ जीबी या तो टिकटॉक, या फिर दी लल्लनटॉप के चरणों में ही समर्पित करती है।

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