आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने मिसाइल मैन और देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर मेधावी छात्रों को दिए जाने वाले स्कॉलरशिप का नाम बदलकर वाईएसआर विद्या पुरस्कार कर दिया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने 4 नवंबर को एक अधिसूचना जारी किया, जिसमें...
विधायक ने ईसाई पादरियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वो उनके समर्थन से ही जीत कर आए हैं। उन्होंने पादरियों को कहा, "अगर आपकी गतिविधियों व क्रियाकलापों में कोई भी व्यवधान डालता है तो उन्हें बताएँ कि विधायक आपके साथ है।"
नायडू ने माना कि मई 2018 में मोदी सरकार से बाहर होने के फैसले ने इस साल विधानसभा और लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी को बड़ा झटका दिया। उन्होंने कहा कि आंध्र के लिए विशेष दर्जे की माँग को बल देने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया था।
दंपति ने अपनी याचिका में कहा कि उनकी बेटी सुहाना जन्म के बाद से ही हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित है। अब तक विभिन्न अस्पतालों में हुए उसके इलाज में 12 लाख रुपए तक ख़र्च हो चुके हैं, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं है।
Editors Guild पर तंज़ कसते हुए रिपब्लिक टीवी की दक्षिण भारत ब्यूरो प्रमुख पूजा प्रसन्ना ने कहा कि आंध्र और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों का नाम न पता होना अक्षम्य है।
हसीना ने युनूस की आँखों में मिर्च पाउडर झोंक दिया। इससे युनूस दर्द से तिलमिला उठा और उससे बचने की कोशिश करने लगा। इसी बीच, हसीना रसोईघर से चाकू लाकर आई और दर्द से तड़पते युनूस का प्राइवेट पार्ट काट दिया।
कोडेला शिवा प्रसाद राव 6 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके थे और टीडीपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे। एनटी रामाराव और चंद्रबाबू नायडू की सरकार में वह मंत्री भी रहे थे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और भाजपा ने टीडीपी नेता के निधन पर शोक जताया है।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने पार्टी को रैली की इजाजत दिए जाने से इनकार कर दिया और नरसरावपेटा, सत्तेनापल्ले, पलनाडू और गुराजला में धारा 144 लागू कर दी गई। पुलिस ने राज्य में टीडीपी के कई नेताओं को भी नजरबंद कर दिया।
विधायक ने कहा कि टीडीपी नेताओं के व्यवहार को देख कर लगता है कि वे आज भी सत्ता में होने के भ्रम में जी रहे हैं। कई लोगों ने टीडीपी के नेताओं की गुंडागर्दी की आलोचना की।
पूर्व स्पीकर का कहना है कि फर्नीचर अस्थायी विधानसभा में ख़राब हो सकते थे, इसीलिए उनकी सुरक्षा और मेंटेनन्स के लिए ऐसा किया गया। विवाद होने के बाद वे फर्नीचर के रुपए देने के लिए भी तैयार हैं।