सहरसा स्टेशन पर तेज प्रताप यादव के काफी समर्थक अपने नेता का इन्तजार कर रहे थे। लेकिन, जब उन्हें सूचना मिली कि उनके नेता की ट्रेन छूट गई है तो वे मायूस होकर लौट गए।
राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने इस दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय को भी निशाने पर लिया। तेज प्रताप ने कहा कि जब से मंगल पांडेय स्वास्थ्य मंत्री बने हैं, तब से सबकुछ अमंगल ही हो रहा है, इसीलिए वो 'अमंगल' पांडेय हैं।
तेज प्रताप के ड्राइवर और ऑटो चालक के बीच काफ़ी बहस हुई। ऑटो चालक से हर्ज़ाने के तौर पर 180000 रुपए की माँग की गई। इतनी बड़ी रक़म सुनते ही ऑटो चालक ने कहा कि वो इतनी राशि का भुगतान नहीं कर सकता। इतना सुनने के बाद तेज प्रताप के ड्राइवर ने...
ये हंगामा बांका के समीप करीब आधी रात तक चलता रहा। हंगामें के दौरान तेज प्रताप भी काफिले में मौजूद थे, लेकिन बीच-बचाव करने की बजाए वे बस से उतर स्कॉर्पियों में बैठकर चले गए, जबकि उनके बाउंसरों ने बवाल जारी रखा।
पप्पू यादव ने RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटों को कुपुत्र करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि RJD ने बिहार में मुस्लिम उम्मीदवारों को हराने के लिए भाजपा से समझौता कर लिया है।
"राजद के स्वार्थी नेताओं के सफाए के लिए मैंने 'लालू-राबड़ी' मोर्चा बनाया है। तेजस्वी यादव समझदार हैं लेकिन उन लोगों की वजह से उनके आँखों पर पर्दा आ गया है। मेरी माँ राबड़ी देवी को भी सजग रहने की ज़रूरत है। मेरी बातें सभी लोगों को बाद में समझ आएँगी।"