राजस्थान पुलिस ने महिला के साथ गैंगरेप किया और चोरी के एक मामले में अवैध रूप से तकरीबन 8 दिनों तक उसे हिरासत में रखा। इसके साथ ही पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने जबरन कुछ कागजातों पर अँगूठा लगवाया, इसके अलावा बलात्कार और देवर की हत्या वाली बात किसी को नहीं बताने की धमकी भी दी।
बच्ची मदरसे में पढ़ने गई थी। वहीं मौक़ा देखकर मौलवी ने उसके साथ रेप किया। कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई तो बच्ची ने तुरंत मौलवी को पहचान लिया और पूरी घटना के बारे में बताया। सबा करीम नाम के मौलवी पर सख्ती बरतते हुए कोर्ट ने...
कंगना ने बताया है कि 2008-09 में वह बांद्रा के एक घर में शिफ्ट हो गई और अपनी बहन के साथ रहने लगी। यहाँ भी पंचोली आने लगा और उनकी बहन को भी प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पंचोली ने उनकी बहन को परेशान नहीं करने के एवज में एक करोड़ रुपए की माँग की थी।
उन्नाव एसपी एमपी वर्मा ने टीमें गठित कर मामले के जल्द खुलासे की बात कही है। वही आईजी जोन ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। हालाँकि, बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है कि नहीं के सवाल पर आईजी ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ भी बताने की बात कही है।
पीड़िता की माँ का कहना है कि मौलवी की मामी आब्दा ने हमें पुलिस में शिकायत न करने के लिए पैसे देने की बात की। निकाह की बात से भी इनकार करते हुए पीड़िता की माँ ने कहा कि उनका खुद का पति अभी 34 साल का है तो वह भला अपनी बेटी का निकाह उसके बाप के भी उम्र से ज़्यादा उम्र के व्यक्ति से कैसे कर सकती हैं। कैसे मैं अपना दामाद अपने पति से भी बूढ़ा लाऊँ?
चाईबासा की नाबालिग लड़की के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया। फ़िल्म में काम करने का प्रलोभन देकर ख़ालिद ने उसे बहाने से राँची बुलाया। उसने लड़की को काँटाटोली बस स्टैंड से अपने बाइक पर बिठाया और अपने दोस्त के यहाँ जाकर...
महिला ने यह भी दावा किया है कि उन्हें बिनॉय कोदियेरी से 8 साल की एक बेटी भी है। बिनॉय और उनका भाई बिनीश पिछले साल दुबई में वित्तीय धोखाधड़ी के मामले दर्ज होने के बाद सुर्खियों में रहे थे।
अब तो AltNews को कायदे से मेमे और अकबर-बीरबल के चुटकुलों के फैक्ट चेक करने के व्यवसाय में आ जाना चाहिए क्योंकि गंभीर और अतिसंवेदनशील मसले में अजेंडे के हिसाब से SSP स्तर के अफसरों के बयान को ट्विस्ट करके, फैक्ट चेक के नाम पर परोसना सर्वथा गलत है।
पंचायत द्वारा जारी किए गए फरमान में कहा गया है कि इस भंडारे में गाँव के ही नहीं, बल्कि आस-पास के ग्रामीण भी शामिल हों। इसके लिए लिखित में पंचनामा तैयार किया गया। जिस पर पंचों के साथ-साथ पीड़िता के माता-पिता से भी हस्ताक्षर करवाए गए।