गुलजार आजमी ने कहा, "मोहब्बत जवानी में एक हवस होती है, असल मोहब्बत नहीं होती है, खाली हवस होती है। मोहब्बत उस वक्त होती है, जब 40 की उम्र पार हो जाती है।"
तीर-कमान के बदले शिवसेना का उद्धव गुट चाहता है मशाल, सूर्य या त्रिशूल का चुनाव चिह्न, जबकि नए नाम के तौर पर भी दिए 3 विकल्प। शिंदे गुट का भी होगा अलग नाम।