Sunday, November 17, 2024

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सुभाष चंद्र बोस

द वायर वाले वरदराजन के भाई ने ‘नेताजी’ को बताया हिटलर का दोस्त, नेटिजन्स ने कहा- ‘ब्रिटिशों का कु$%^ बोला’

तुंकू वरदराजन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सुभाष चंद्र बोस को हिटलर का दोस्ट दिखाकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया।

कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद नेताजी को जहर दिया? उन पर किताब लिखने वाले अनुज धर का संदेह

पूर्व पत्रकार अनुज धर ने एक ट्वीट कर सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया है। धर ने नेताजी पर 'कुन्ड्रम: सुभाष बोस लाइफ आफ्टर डेथ' नाम से किताब लिखी है।

नेताजी के बदले एक्टर प्रसनजीत चटर्जी के पोट्रेट का राष्ट्रपति कोविंद ने कर दिया अनावरण? फैक्टचेक

लिबरल गिरोह नेताजी की उस पोट्रेट पर सवाल उठा रहे हैं जिसका अनावरण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी 125वीं जयन्ती के मौके पर 23 जनवरी को किया था।

ये पल भावुक करने वाला, नेताजी के नाम से मिलती है नई ऊर्जा: जानिए PM मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर क्या कहा

“मैं नेता जी की 125वीं जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उन्हें नमन करता हूँ। मैं आज बालक सुभाष को नेताजी बनाने वाली, उनके जीवन को तप, त्याग और तितिक्षा से गढ़ने वाली बंगाल की इस पुण्यभूमि को भी नमन करता हूँ।”

नेताजी की पुण्यतिथि: अफवाह या सच? PM मोदी द्वारा कोई संदेश न दिया जाना क्या संदेश देता है?

इस वर्ष भी 18 अगस्त की तारीख आई लेकिन इस बात पर शायद ही किसी का ध्यान गया हो कि PM मोदी ने नेताजी की इस तथाकथित पुण्यतिथि पर किसी भी प्रकार का कोई संदेश जारी नहीं किया।

भारत के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में सावरकर-बोस सिद्धांत को अमल में लाने का वक्त आया

यह स्पष्ट है कि आज के भारतीय जहाज के तल में एक बड़ा छेद है जिसे हमें दुरुस्त करने की आवश्यकता है। अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो यह जहाज सागर में डूब सकता है।

‘सत्ता के लालच से कॉन्ग्रेस का वर्तमान धूमिल’ – बोस, जिन्होंने गाँधी-नेहरू को छोड़ फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की

कॉन्ग्रेसी नेता सत्ता लोलुप हो चुके थे। बोस ने इस कारण त्याग पत्र दे दिया और फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की। 1947 से 4 साल पहले ही देश को आजाद...

नेहरू से पहले ही बोस बन गए थे प्रधानमंत्री, सिंगापुर की सरकारी वेबसाइट पर है पूरा ब्यौरा

उस सरकार को कई देशों की मान्यता प्राप्त थी। बैंक था, सेना थी। महिलाओं की भागीदारी थी। अफ़सोस कि भारत की उस सरकार को भुला दिया गया, जिसकी देश ने 2018 में 75वीं वर्षगाँठ मनाई। नेताजी ने देश-विदेश में घूम कर भारतीय समुदाय के भीतर आज़ादी का मन्त्र फूँका।

जब कॉन्ग्रेस की भरी सभा में हुआ बीमार सुभाष चंद्र बोस का अपमान, नेहरू-गाँधी ने छोड़ दिया था साथ

नेताजी को 1580 वोट, गाँधी के पट्टाभि को 1377 मत... फिर भी बीमार बोस जब स्ट्रेचर पर कॉन्ग्रेस के त्रिपुर सेशन में पहुँचे, तब 2 लाख लोगों के सामने उनके राजनैतिक जीवन को सबसे बड़ा झटका लगा। अध्यक्ष चुने जाने के बाद भी उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा।

‘कॉन्ग्रेस नेताओं के कारण हुआ देश का बँटवारा, देशभक्ति दिवस के रूप में मनाई जाए नेताजी की जयंती’

"जय हिंद एक नारा था। इसका इस्तेमाल आजाद हिंद सरकार और आजाद हिंद फौज में किया गया था। यह सभी धर्मों, सभी समुदायों, सभी जाति और पंथों को एक करता है। इसलिए सभी राजनीतिक दलों को 'जय हिंद' का उपयोग करना चाहिए।"

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